शिक्षा से विकास की ओर, कंवर समाज सम्मेलन में मुख्यमंत्री का संबोधन

रायपुर। समाज की उन्नति का मार्ग शिक्षा से होकर जाता है। सरकार स्कूली से लेकर उच्च शिक्षा तक को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। अनुसूचित जनजाति के युवाओं को प्रशासनिक, चिकित्सकीय और तकनीकी क्षेत्रों में आगे बढ़ते देखना सरकार का उद्देश्य है। कोरबा जिले के कटघोरा में सातगढ़ कंवर समाज सम्मेलन और वीर शहीद सीताराम कंवर की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बातें कहीं।
इस अवसर पर उन्होंने रामपुर चौक में शहीद सीताराम कंवर की प्रतिमा का अनावरण किया और समाज के प्रतिनिधियों से तीर-धनुष भेंटस्वरूप प्राप्त किया। उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं कीं —
सामाजिक भवन निर्माण के लिए ₹1 करोड़,
शहीद सीताराम कंवर की नई प्रतिमा हेतु ₹10 लाख,
कसनिया मोड़ पर भगवान सहस्त्रबाहु की प्रतिमा और स्वागत द्वार निर्माण हेतु ₹25 लाख,
कटघोरा में हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण।
कसनिया मोड़ को भगवान सहस्त्रबाहु चौक नाम दिया गया और वहाँ मूर्ति स्थापना व उद्यान निर्माण हेतु भूमिपूजन भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने समाज से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करें, युवाओं को नशे से दूर रखें और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने राज्य में मेडिकल कॉलेज, एम्स, आईआईआईटी, विश्वविद्यालय और लॉ कॉलेज की स्थापना का उल्लेख किया।
छत्तीसगढ़ की रजत जयंती पर शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं। किसानों को धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी, महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत आर्थिक सहायता, तेंदूपत्ता संग्राहकों को बेहतर दर, और चरण पादुका योजना पुनः प्रारंभ की गई है।
रामलला दर्शन योजना के तहत हजारों श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम भेजा जा रहा है। 20 माह में 10 हजार से अधिक युवाओं को शासकीय नौकरी मिली है और जल्द ही शिक्षकों व प्राध्यापकों की भर्ती भी होगी। नई औद्योगिक नीति से रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में प्रेमचंद पटेल, तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम, पवन सिंह कंवर, संजू देवी राजपूत, छत्रपाल सिंह कंवर सहित समाज के अनेक प्रतिनिधि व सदस्य उपस्थित थे।