छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में शुक्रवार को सदन में चर्चा के दौरान पब्जी गेम का मुद्दा गर्म रहा. पब्जी गेम को लेकर सदन में काफी देर तक चर्चा हुई. मोबाइल फोन और कंप्यूटर पर खेले जाने वाले इस डिजिटल गेम से बच्चों पर पड़ रहे नकारात्मक प्रभाव पर पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों ने भी इससे होने वाले नुकसान पर चर्चा की और इसे प्रदेश में बैन करने की मांग भी सदन में रखी.
कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा ने डिजिटल गेम पब्जी सहित कुछ अन्य गेम पर सरकारी तौर पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की. विधायक जुनेजा ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया है. इससे बच्चों के दिमाग पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और अपराधों की संख्या बढ़ रही है.
सदन में कहा गया कि इस गेम को खेलकर बच्चे या तो अपराधी हो रहे हैं या मानसिक रोगी बन रहे हैं. डॉक्टरों के पास रोज ऐसे मरीज बच्चे आ रहे हैं, जिनपर गेम से पड़े दुष्प्रभाव साफ नजर आ रहे हैं. विधायक जुनेजा ने कहा कि साजिश के तहत चीन के साइबर प्रोग्रामर्स ने भारत की नई पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए इस तरह के गेम को तैयार किया है. हालांकि सदन में इस गेम को बैन करने को लेकर कोई निर्णय फिलहाल नहीं लिया गया है.