गोवर्धन पूजा पर गाय को खिलाया खिचड़ी
राजिम। गोवर्धन पूजा के अवसर पर गाय को खिचड़ी खिला कर प्रसाद वितरण किया गया। बताना हो कि दीपावली त्यौहार ने पांच पर्व सम्मिलित है जिसके अंतर्गत गौरा गौरी विसर्जन के साथ ही गौठान में जाकर रावत समाज के लोगों द्वारा मखना ढुलाया गया। उसके बाद प्रत्येक घरों में छत्तीसगढ़ी पकवान बनाए गए जिसके अंतर्गत रोटियां भी बनाई गई। गाय के लिए खिचड़ी तैयार किया गया। इस खिचड़ी में कद्दू का होना अत्यंत जरूरी होता है अतः अलग-अलग पांच प्रकार या फिर 56 प्रकार के भोग तैयार किया गया जिन्हें गौ माता को खिलाया गया कहीं-कहीं पर खाट में चादर डालकर उसमें केरा पत्ता रख दिया गया फिर सभी गाय को एक साथ खिचड़ी खिलाया गया तो कहीं पर बर्तनों में गाय को भोजन कराया गोवर्धन महाराज की पूजा अर्चना की गई गोवर्धन पर धान की बाली के साथ कलसा रखकर पूजा अर्चना की किया गया। गौ माता के खिचड़ी खाने के बाद परिवार के सभी सदस्य गण प्रसाद के रूप में ग्रहण किया गया। गौ माता के साथ वर्ष में एक बार भोजन करने का आनंद लोगों ने लिया। वही पटाखे फोड़ कर खुशियां जाहिर की शाम होते ही गोधूलि बेला में वाद्य यंत्रों की धुन पर गोवर्धन महाराज की समाहित रूप से पूजा अर्चना की गई और गोबर अर्थात गोवर्धन का टीका लगाकर एक दूसरे को गोवर्धन पूजा की बधाइयां देते रहे। विभिन्न रीति-रिवाजों से बंधा पर्व जीवन में मधुरता खोल दिया।