शहर के स्लम इलाकों तक पहुंची स्वास्थ्य सेवाएं, मोबाइल मेडिकल यूनिट ने पार किए पौने दो लाख उपचार के आंकड़े

रायपुर। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अब प्रदेश के जरूरतमंद शहरी परिवारों के लिए उम्मीद का मजबूत सहारा बन रही है। लक्ष्य साफ है—बिना किसी शुल्क के, गुणवत्तापूर्ण और आसान स्वास्थ्य सेवा हर उस घर तक पहुंचाना जहां अस्पताल पहुंचना चुनौती है।
महासमुंद में यह पहल तेजी से असर दिखा रही है। यहां नगर पालिका क्षेत्र में नियमित स्वास्थ्य शिविरों के जरिए हजारों लोगों तक इलाज, जांच और दवाइयों का लाभ पहुंच रहा है।
मोबाइल मेडिकल यूनिट की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रोजेक्ट मैनेजर धर्मेन्द्र भारद्वाज के अनुसार अब तक लगभग 1 लाख 75 हजार से अधिक नागरिकों का इलाज किया जा चुका है। इनमें 50 हजार से ज्यादा लोगों की मुफ्त लैब जांच और 1.5 लाख से ज्यादा मरीजों को मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं।
इन शिविरों में डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन की विशेषज्ञ टीम मौजूद रहती है, जो मरीजों को सलाह, जांच और दवाइयों की पूरी प्रक्रिया स्थल पर ही उपलब्ध कराती है।
योजना के अंतर्गत 170 प्रकार की आवश्यक दवाइयां और 41 तरह की लैब जांच पूरी तरह निःशुल्क हैं। नगर के सफाई मित्रों के लिए भी अलग से मासिक स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गई है, जिससे नियमित निगरानी और उपचार सुनिश्चित हो सके।
मोबाइल चिकित्सा दल अब शहर के अलग-अलग वार्डों में पहुंचकर नागरिकों को उनके दरवाजे पर ही इलाज देने की व्यवस्था को साकार कर रहा है।




