छत्तीसगढ़

हर व्यक्ति के जीवन में प्लास्टिक्स की अहम् भूमिका

रायपुर । रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत भनपुरी, रायपुर में संचालित सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी “सिपेट” में प्लास्टिक के क्षेत्र में उज्जवल भविष्य विषय पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में सिपेट के निदेशक एवं प्रमुख डॉ आलोक साहू ने बताया कि प्लास्टिक्स वर्तमान में व्यक्ति के दैनिक जीवन में अहम् भूमिका अदा कर रहा है।

चिकित्सा उपकरण कृषि के उपकरण, ऑटोमोबाइल उद्योग, इलेट्रॉनिक्स सैक्टर घरेलु उपयोग के उपकरण के उद्योग, निर्माण क्षेत्र आदि में प्लास्टिक का बहुतायत उपयोग हो रहा है एवं दिन प्रति दिन इसमें वृधि हो रही है, जिससे प्लास्टिक उद्योगों का तेजी से विकास हो रहा है साथ ही भविष्य में भी इस उद्योग में अपर सम्भावनाये है जिसके लिए कुशल मानव संसाधन की सतत जावश्यकता रहती है।

सिपेट प्लास्टिक्स के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान है तथा यहाँ की वर्कशॉप प्रयोशाला आदि में प्लास्टिक उद्योगों के अनुरूप विश्वस्तरीय मशीनों की स्थापना की गयी हैं जिससे छात्र को वास्तविक प्रशिक्षण प्राप्त होता है एवं प्लास्टिक उद्योग में उनका चयन प्राथमिकता के साथ होता है।

सिपेट में संचालित होने वाली शैक्षणिक एवं तकनीकी गतिविधियों की जानकरी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी गयी जिसमें बताया गया की कोई भी युवा जो दसवीं पास है वो सिपेट के 3 वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम डीपीटी एवं डीपीएमटी में तथा बीएससी, 2 वर्षीय पीजी डिप्लोमा पीजीडीपीपीटी में प्रवेश लेकर अपना भविष्य बना सकता है।

सिपेट के इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु कोई उम्रसीमा न होने से ये वर्तमान में कार्यरत युवक-युवतियों हेतु तकनीकी ज्ञान की वृद्धि हेतु बेहतर विकल्प है। यहाँ तक की यदि युवा बारहवी उत्तीर्ण है तो वह डिप्लोमा के दुद्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश ले सकता है। प्रेजेंटेशन में सिपेट में मौजूद हॉस्टल, कैंटीन, खेल सुविधाओं की भी जानकारी दी गयी।

रोजगार के प्रश्न पर जानकारी दी गयी की सिपेट से अध्यनरत सभी छात्रों को सिपेट के सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित प्लास्टिक उद्योगों के साथ-साथ रिलायंस पेट्रोकेमिकल्स, फिनोलेक्स, सुप्रीम पेट्रोकेमिकल्स, जिंदल पॉलीफिल्म्स, आईएफबी ग्लोबल, फनस्कूल इंडिया प्रा.लि. जैसी राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय उद्योगों में रोजगार के अवसर प्रदान कराये गए हैं।

छत्तीसगढ़ राज्य में युवा सिपेट की जानकारी के आभाव में प्रवेश नहीं ले पाते है और प्रदेश में विश्वस्तरीय एवं आधुनिक तकनीकी की मशीनों से युक्त इस संस्थान में शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने से वंचित रह जाते है। कार्यक्रम के अंतिम चरण में पत्रकारों द्वारा सिपेट में संचालित डिप्लोमा एवं डिग्री में एडमिशन, पात्रता आदि से सम्बंधित पूछे गए सवालों का डॉ. आलोक साहू निदेशक एवं प्रमुख ने वर्तमान 31 अगस्त तक सिपेट में छात्रों के पास सीधे प्रवेश पाने का अवसर है।

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