भारत की धमाकेदार जीत: कुलदीप–प्रसिद्ध की घातक गेंदबाज़ी, यशस्वी का शतक और बावुमा का आत्मसमर्पण

विशाखापत्तनम में खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे में टीम इंडिया ने ऐसा ऑलराउंड खेल दिखाया कि साउथ अफ्रीका पूरी तरह धराशायी नजर आई। पहले गेंदबाज़ी में कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा की जोड़ी ने प्रोटियाज़ बल्लेबाज़ों की कमर तोड़ दी और पूरी टीम को 270 के साधारण स्कोर पर रोक दिया।
जवाब में भारतीय बल्लेबाज़ी ने जैसे ‘वनडे मास्टरक्लास’ पेश कर दी—यशस्वी जायसवाल ने बेखौफ शतक जमाया, जबकि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अपने अनुभव से पारी को मजबूती दी। भारत ने सिर्फ 40 ओवर में लक्ष्य हासिल कर सीरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली।
हार के बाद साउथ अफ्रीका कप्तान टेम्बा बावुमा ने स्वीकार किया कि भारतीय खिलाड़ियों की क्वालिटी और उनके बेमिसाल प्रदर्शन ने मैच को एकतरफा कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी टीम को बेहतर निर्णय लेने की ज़रूरत थी और कई विकेट लापरवाही में गंवा दिए गए। बावुमा ने तो यहां तक माना कि उनकी अपनी गलती ने मैच का मोमेंटम भारत की तरफ मोड़ दिया।
क्विंटन डी कॉक और बावुमा के अर्धशतकों ने टीम को अच्छी शुरुआत जरूर दिलाई थी, लेकिन कप्तान का आउट होना जैसे टीम के पतन की शुरुआत बन गया। 168/3 से 270 ऑलआउट—यही साउथ अफ्रीका की कहानी रही। बावुमा ने माना कि भारत की स्पिन क्वालिटी ने लगातार दबाव बनाया और वे 50 ओवर के गेम में टिककर नहीं खेल सके।




