मध्यप्रदेश

कमलनाथ बोले- 75 दिन में हमारी सरकार ने किया पूरा काम, इस्तीफे का सवाल नहीं

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के करीब छह महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली है. विधानसभा चुनाव के मुकाबले अपेक्षित सफलता न मिलने से कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता काफी निराश भी हैं. राज्य में कमलनाथ की सरकार आने के बाद किसानों का कर्ज माफ और बिजली का बिल आधा किया गया. इसके बावजूद कांग्रेस विधानसभा जैसे नतीजे लोकसभा चुनाव में हासिल नहीं कर पाई. एक तरफ राहुल गांधी जहां अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के फैसले पर अड़े हैं तो वहीं कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की भी खबर थी. कमलनाथ ने आजतक से खास बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए. पढ़ें इंटरव्यू की मुख्य बातें.

1- क्या लोकसभा चुनाव के निराशाजनक नतीजों के बाद इस्तीफा देने के बारे में सोचा?

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि राज्य में मिली हार के बाद उन्होंने इस्तीफा देने के बारे में बिल्कुल नहीं सोचा. कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने 25 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और काम करने के लिए 75 दिन ही मिले उसके बाद लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू हो गई. कमलनाथ ने कहा, मुझे लगता है कि 75 दिनों में हमने जितना काम किया इतना किसी भी राज्य में नहीं हुआ. कमलनाथ ने कहा कि अगर तीन-चार साल काम करने के बाद लोकसभा चुनाव के ऐसे नतीजे आते तो मैं इस्तीफे के बारे में सोच सकता था लेकिन अभी इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं.

2- क्या लोकसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी के रूप में असफल हुई?

कमलनाथ ने कहा कि नतीजे बदलते रहते हैं, आज बीजेपी को जितना बड़ा जनादेश मिला वह आने वाले वक्त में बदलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव में हम जिन मुद्दों के साथ चुनाव लड़ें वह मोदी के नाम और उनके वादों का मुकाबला नहीं कर पाए.

3- किसानों का कर्ज माफ करने के फैसले का चुनाव में कैसा परिणाम मिला?

सीएम कमलनाथ ने कहा कि सरकार ने चुनाव में अच्छा परिणाम पाने के उद्देश्य से किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला नहीं किया बल्कि कर्जमाफी किसानों के हक में काम करने का पहला कदम था.

4- क्या राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला सही है?

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के फैसले पर कमलनाथ ने कहा कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बने रहना चाहिए. कमलनाथ ने कहा, मेरा मानना है कि इस हार के बाद राहुल गांधी को अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बारे में नहीं सोचना चाहिए. कमलनाथ ने कहा, भारतीय जनता पार्टी  का चुनाव अभियान कांग्रेस के मुद्दों और कांग्रेस के थीम से पूरी तरह अलग था और लोगों ने उनके अभियान को स्वीकर किया.

5- प्रियंका गांधी या गैर गांधी कांग्रेस का बेहतर विकल्प कौन?

मुख्यमंत्री कमलनाथ से जब यह पूछा गया कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले पर अड़े रहे तो प्रियंका गांधी और गैर गांधी में से बेहतर विकल्प कौन होगा. इस पर कमलनाथ ने कहा कि मैंने राहुल गांधी के अध्यक्ष ना बने रहने के बारे में अभी तक सोचा ही नहीं है.

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