केदार कश्यप ने करियाकांटा और मूंगवाल में गायता जोहारनी कार्यक्रम में की शिरकत, आदिवासी संस्कृति के संरक्षण पर दिया जोर

रायपुर। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप आज कोंडागांव जिले के ग्राम करियाकांटा और मूंगवाल पहुंचे, जहां उन्होंने पारंपरिक गायता जोहारनी उत्सव में भाग लिया। उन्होंने ईष्ट देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
इस मौके पर मूंगवाल में 10 लाख रुपये की लागत से बने सर्व आदिवासी समाज भवन का लोकार्पण किया गया। इसके साथ ही कई विकास कार्यों को स्वीकृति दी गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कश्यप ने कहा कि आदिवासी समाज की परंपरा बेहद समृद्ध और पुरातन है, जिसे भावी पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भगवान बिरसा मुंडा के नाम से धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत की गई है। पेसा कानून, पांचवी अनुसूची और वन अधिकार जैसे प्रावधान आदिवासियों के हक की रक्षा के लिए लागू किए गए हैं।
घोषणाओं की झड़ी: शिक्षा और बुनियादी ढांचे को मिलेगा बढ़ावा
ग्राम करियाकांटा में 20 लाख रुपये की लागत से डोम शेड और 30 लाख रुपये की लागत से बाजार शेड के निर्माण की घोषणा की गई। इसके अलावा मूंगवाल में डोम निर्माण, केजंग में माता गुड़ी, पेरमा पाल में दो पुलिया, राज बेड़ा मार्ग पर सीसी सड़क, मूंगवाल में घोटूल भवन, बयानार धान खरीदी केंद्र में शेड, चलका हाईस्कूल का हायर सेकेंडरी में उन्नयन और राज बेड़ा मंदिर में सांस्कृतिक भवन निर्माण की घोषणाएं भी की गईं।
ग्रामवासियों की भारी उपस्थिति, पारंपरिक प्रतिनिधियों की भागीदारी
करियाकांटा में बम्हनी परगना के 22 गांवों के ग्रामीणों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जबकि मूंगवाल में चलका परगना के अंतर्गत आने वाले गांवों के लोग शामिल हुए। मांझी, चालकी, गायता, पुजारी, जनपद अध्यक्ष अनीता कोर्राम, जिला पंचायत सदस्य यशोदा कश्यप, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।




