बाल दिवस पर विधिक जागरूकता कैंप: बच्चों को अधिकार, सुरक्षा और कानून की जानकारी

रायपुर। नालसा और छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के स्टेट प्लान ऑफ एक्शन के अंतर्गत विशेष राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय दिवसों पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज बाल दिवस के अवसर पर जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिता डहरिया के मार्गदर्शन में आयोजित इस शिविर के दौरान बच्चों को उनके अधिकारों और कानूनी जागरूकता से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में महासमुंद की सचिव आफरीन बानो ने शासकीय मिडिल स्कूल बरोंडा बाजार में बच्चों से संवाद किया। वहीं व्यवहार न्यायालय बागबाहरा के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अविनाश टोप्पो ने कार्मेल स्कूल बागबाहरा में कानून से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी।
अफरीन बानो ने कहा कि 14 नवंबर को बाल दिवस देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की जन्म जयंती पर मनाया जाता है, क्योंकि नेहरू जी बच्चों को देश का भविष्य मानते थे। उन्होंने बताया कि बाल दिवस सिर्फ उत्सव नहीं बल्कि बच्चों के अधिकारों, सुरक्षा, कल्याण और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए जागरूकता बढ़ाने का अवसर है।
शिविर में बाल श्रम, बाल तस्करी और बच्चों से जुड़े अपराधों पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही नालसा हेल्पलाइन 15100 के माध्यम से विधिक सहायता लेने की प्रक्रिया समझाई गई। विभिन्न थानों में पदस्थ अधिकार मित्रों ने भी अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों में बाल दिवस पर शिविर लगाकर बच्चों को जागरूक किया।




