‘man ki baat 26 April’ Live – पीएम मोदी के कर्यक्रम की बड़ी बातें

नईदिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को जनता से ‘मन की बात'(man ki baat 26 April) की, इस दौरान उन्होने देश में लगे लॉकडाउन को लेकर आम जनता से चर्चा की.
आइए आपको बताते हैं कि’मन की बात'(man ki baat) पीएम मोदी ने किन किन मुद्दों पर जनता से बात की.
- कुछ बातों पर महौल में हमारा ध्यान ही नहीं गया
- जनता के साथ मिलकर ये लड़ाई शासन प्रशासन लड़ रहा है.
- आज पूरा देश एक साथ चल रहा है.
- ताली-थाली-दीया, मोमबत्ती हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया
- हमारे किसानों को देखिये, एक तरफ वो खेतों में मेहनत कर रहे हैं, और साथ में चिंता कर रहे हैं कि कोई भूखा न सोए
- कोई अपना किराया माफ कर रहे हैं तो कोई खेत की सब्जियां दान दे रहा है, कोई मास्क बना रहा है, कहीं हमारे भाई बहन जिस स्कूल में रह रहे हैं, उसकी रंगाई पुताई कर रहे है.
- आप भी कोविड वॉरियर बन सकते हैं.
- हर लड़ाई कुछ न कुछ सबक देती है, कुछ लड़ाई नई मंजिलों की प्रेरणा देती है.
- रेलवे के साथी लॉकडाउन में भी लगातार मेहनत कर रहे हैं ताकी लोगों को जरूरी सामग्री की कमी न हो, दवाओं की आपूर्ती में डाक विभाग के लोग अहम भूमिका निभा रहे हैं, ये सब लोग सही मायने में कोरोना वॉरियर्स हैं
- गरीबों को सीधे खातों में पैसे जमा कराए गए हैं. राशन जैसी सुविधाएं दी जा रही है, इन सब में बैंकिंग सेक्टर के लोग दिन रात काम कर हे हैं, राज्य सरकारें भी इस मामले में सराहनी काम कर रहे हैं,
- स्थानीय प्रशासन भी इसमें अच्छी भूमिका निभा रहा है
- कोरोना वारियर्स के खिलाफ हिंसा करने वालों को बेहद सख्त सजा के लिए अध्यादेश लाया गया है,
- हम सब अनुभव कर रहे हैं कि हमारे आसपास की घटनाओं को देखने का एक नया नजरिया मिला है
- हमने मानवता की रक्षा के लिए दवाइयों दूसरे देशों में भेजी
- जब मेरी दूसरे देशों के नेताओं से बात होती है तो वे कहते हैं ‘थैंक्यू इंडिया’
- आज योग और आयुर्वेद को भी दुनिया आदर की नजर से देख रही है
- गर्म पानी, काड़ा, के बारे में पूरी दुनिया जानना चाह रही है
- ये आप अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे तो फायदे मंद रहेगा
- हमारे देश की मानसिकता है जब हमें हमारी संस्कृति के बारे में कोई सिखाता है तो हम नहीं मानते, लेकिन वही चीज वैज्ञानिक तरीके से दूसरे देश को लोग बताते हैं तो हम उसे मान लेते हैं, इसके पीछे हमारी सैकड़ो बर्ष की गुलामी भी रहा है, हम हमारे देश की पद्धती को भी हीन समझ लेते हैं. हमें अपने देश की संस्कृती को संभालना होगा. इसके लिए वैज्ञानिक भाषा में हमारे युवाओं को दुनिया को समझाना होगा.,
- कोरोना की वजह से मास्क भी हमारे जीवन का हिस्सा बन रहा है हमें इसकी आदत नहीं रही, लेकिन अब हमें इसको अपनाना होगा. एक जमाना था जब हमारे यहां कोई फल खरीदते दिखता था, तो लोग पूछते थे घर में कोई बीमार है क्या ? धारणा अब बदल रही है, अब बीमारी से बचाना है तो आपको मास्क भी लगाना होगा.
- मैं तो गमछा पहनकर रखता हूं
थूंकना बीमारी को चुनौती देता है, हम ये जानते हैं, अब अपनी यहां वहां थूंकने की आदत छोड़ देनी चाहिए, ये बातें, कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद करेगी.
- इस अक्षय तृतिया पर हमें अपनी धरती अक्षय करना होगा हम हृदय की भावना से जो कुछ भी दान देते हैं, वो हमें करना चाहिए
- साथियों रमजान का त्योहार शुरू हो चुका हैअब जब यह मुसीबत आ गई है, तो इस रमजान में पहले से ज्यादा इबादत करें,ताकि ईद से पहले दुनिया कोरोना से मुक्त हो जाए और हम खुले माहौल में ईद मनाएं
मैं आप सभी का आभार प्रकट करता हूं, जो दो गज दूरी और घर से बाहर नहीं निकलने के लिए जागरुक किया है.
हमारे यहां त्योहार मनाने के तरीके बदल गए हैं, हमने देखा कि लोगों ने कैसे बड़ी सादगी के साथ इन त्योहारों को मनाया
आमतौर पर सब साथ में मिलकर त्योहान मनाते थे, लेकिन आज सब घर पर रहकर सादगी से मना रहे हैं,
इस वैश्विक बीमारी के प्रति आपके पारिवारिक सदस्य के रूप में आपको सचेत करना मेरा फर्ज है
ये गलतफहमी न पाले कि, हमारे शहर, ऑफिस, मोहल्ले में कोरोना नहीं हैं तो आएगा भी नहीं
ऐसी गलती मत पालिएगा
हमारे यहां कहा जाता है सावधानी हटी, दुर्घटना घटी
इसलिए इसका पूरी तरह उपचार आवश्यक है, इसलिये अति उत्साह में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए
प्रधानमंत्री ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा – ‘दो गज दूरी, बहुत है जरूर’
वीडियो में देखिए क्या बोले पीएम मोदी
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