चुनावी चौपालछत्तीसगढ़
विधायक रामपुकार सिंह : कोई पद नहीं लेंगे और साधारण विधायक की तरह रहेंगे

- आठवीं बार विधानसभा के लिए कांग्रेस से चुने गए विधायक रामपुकार सिंह ने कहा कि वे कोई पद नहीं लेंगे और साधारण विधायक की तरह रहेंगे।
- पत्थलगांव से विधायक रामपुकार सिंह ने अपनी मंशा व्यक्त की।
- वे कल शाम विधानसभा अध्य़क्ष डा.चरणदास महंत से अपने समर्थकों के साथ उनके बंगले पर मिलने के लिए पहुंचे हुए थे।
- उन्होंने कहा कि मैं कोई पद नहीं ले रहा हूं। ज्ञातव्य है कि उनकी वरिष्ठता के कारण उन्हें विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था।
- उसके बाद पांचवी विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलवा कर उनका कार्य पूरा हो चुका है।
- इससे पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा था कि डा.चरणदास महंत विधानसभा अध्यक्ष होंगे तथा उपाध्यक्ष रामपुकार सिंह होंगे।
- वर्तमान परिदृश्य में डा.महंत की ताजफशी तो विधानसभा अध्यक्ष के पद पर हो चुकी हैं लेकिन वरिष्ठ विधायक रामपुकार सिंह उपाध्यक्ष नहीं बने हैं। बल्कि संसदीय कार्य मंत्री रवीन्द्र चौबे ने यह बात कह कर उपाध्यक्ष पद पर विराम लगा दिया है कि समय आने पर उपाध्यक्ष पद के लिये नाम की घोषणा करेंगे।
- राजनैतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि खुद रामपुकार सिंह ने उस पद के प्रस्ताव पर ना कर दी है। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या आप लोकसभा लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं विधायक हूं लोकसभा क्यों लडूंगा।
- राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि राज्य में एक खाली मंत्री पद को लेकर लाबिंग हो रही है। यह माना जा रहा है कि इस मंत्री पद पर किसी आदिवासी विधायक को दिया जाएगा।
- इस एक पद के लिए आदिवासी समाजिक संगठन लगातार दबाव बनाए हुए है। आदिवासी संगठनों की माने तो मंत्री पद की दौड़ में बस्तर के लखेश्वर बघेल आगे चल रहे हैं।
- वहींं कांग्रेस के आदिवासी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं सीतापुर विधायक अमरजीत भगत भी इस पद के दावेदार माने जा रहे हैं।
- लखेश्वर बघेल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पसंद के विधायक माने जा रहे हैं लेकिन इस पद के लिए वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव भी जोर आजमा रहे हैं कि यह पद उनके क्षेत्र के किसी आदिवासी विधायक को मिले।
- इसके अलावा चरणदास महंत की इच्छा को भी महत्व दिया जा सकता है।
- फिलहाल सत्ता के गलियारों में लाबिंग का दौर जारी है।