नईदिल्ली : सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाक की हर जवाबी कार्रवाई के लिए भारतीय सेना तैयार थी

नई दिल्ली : 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार थी। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर भारतीय सैनिकों द्वारा किए गए इस ऑपरेशन के इनचार्ज रहे आर्मी जनरल के मुताबिक अगर पाकिस्तान कोई भी कार्रवाई करता तो उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत पहले से तैयार था।
भारतीय सेना पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई
नॉर्दर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डी.एस. हुड्डा ने ही इस सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई थी और उनकी देखरेख में इसे अंजाम भी दिया गया। वह बताते हैं, सर्जिकल स्ट्राइक का असर क्या हो सकता है, इसकी पूरी तैयारी कर ली गई थी। अगर पाकिस्तान आगे कुछ भी करता है तो हमें क्या करना है, हम इसके लिए पहले से तैयार थे।
सर्जिकल स्ट्राइक
उन्होंने आगे कहा कि कई क्षेत्रों में हमें क्या-क्या करना है, हमने इसका प्लान बना लिया था। हुड्डा ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी। आपको बता दें कि उड़ी हमले के 11 दिन बाद 28-29 सितंबर 2016 की रात में भारतीय सेना के कमांडोज की एक टुकड़ी ने एलओसी पार की थी। भारतीय जवानों ने पाक के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के कई लॉन्च पैड्स को ध्वस्त कर दिया था। इस पूरी कार्रवाई में 30-70 आतंकी और उनके हैंडलर्स मारे गए थे।
एक टुकड़ी ने एलओसी पार की थी
हुड्डा ने कहा कि वह यह भी समझ रहे थे कि अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई कार्रवाई होती भी है तो वह काफी सीमित होगी। उन्होंने कहा, मेरे दिमाग में यह बिल्कुल स्पष्ट था कि सर्जिकल स्ट्राइक के कारण दोनों देशों के बीच जंग नहीं होने जा रही है। ऐसा नहीं होगा क्योंकि पाकिस्तान की सेना की ताकत उस लिहाज से सीमित है। हां, सीमा पर कुछ इलाकों में गोलाबारी जैसी घटनाएं बढ़ सकती हैं, यह हमारे दिमाग में था।
पाकिस्तान की तरफ से कोई कार्रवाई
हुड्डा ने कहा कि यह पहली बार नहीं था जब भारतीय सेना ने एलओसी पार कर कोई ऑपरेशन किया हो। वास्तव में यह सीमित दायरे में रहते हुए नियमित तौर पर की जाती रहती है। हालांकि हुड्डा यह भी मानते हैं कि 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक पहले के ऑपरेशनों से काफी अलग थी।
2016 की सर्जिकल स्ट्राइक
उन्होंने कहा, कई बार ऐसे ऑपरेशन किए गए थे। ऐसा वर्षों से किया जा रहा है। इस बार यह बड़े स्केल पर किया गया था और सबसे खास बात कि सरकार ने खुद यह स्वीकार करने का फैसला किया कि हां हमने किया। जब भी पहले सर्जिकल स्ट्राइक की गई तो हमने कभी स्वीकार नहीं किया था।
स्ट्राइक की योजना बनाने वाले हुड्डा कहते हैं कि यह काफी जोखिम भरा ऑपरेशन था और वह इस बात को लेकर चिंतित थे कि कुछ भी गलत न हो। आशंका इस बात को लेकर थी कि कहीं कोई सैनिक पकड़ा न जाए या अगर कोई सैनिक जख्मी या शहीद होता है तो उसे कैसे निकाला जाएगा। हालांकि इसके लिए भी पूरी प्लानिंग की गई थी और ऐसी परिस्थिति में जवानों की एक दूसरी टुकड़ी फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए तैयार बैठी थी।
पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक को मानने से इनकार कर दिया पर हुड्डा ने कहा, इसके फौरन बाद हम उनकी बातचीत को सुन रहे थे, सीमा पार काफी उथल-पुथल मची हुई थी। उन्होंने छुट्टियां रद्द कर दी, हाई अलर्ट कर दिया गया। वे एक दूसरे से कह रहे थे कि वे एक बार फिर आ सकते हैं।
हाल ही में सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ा 8 मिनट का विडियो न्यूज चैनलों पर प्रसारित किया गया। इस विडियो में देखा जा सकता है कि सेना के स्पेशल फोर्सेज ने एलओसी पार कर पाकिस्तान के तरफ मौजूद आतंकी कैम्पों को नष्ट कर दिया। यह विडियो कथित रूप से ड्रोन से शूट किया गया था।