अब पंचायत स्तर पर डिजिटल सुविधा केंद्र से मिल रही बड़ी राहत

रायपुर। मुंगेली जिले के ग्रामीण इलाकों में डिजिटल सशक्तिकरण की हवा तेज हो रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल के तहत जिले के तीनों विकासखंडों की 30 ग्राम पंचायतों में अब अटल डिजिटल सुविधा केंद्र (एडीएसके) बन गए हैं। इससे पहले जब लोग सरकारी कामकाज के लिए चक्कर काटते थे, जैसे आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवाना या बैंकिंग करना, तो उन्हें दूर-दूर जाकर कई केंद्रों का रुख करना पड़ता था। लेकिन अब ये सारी सुविधाएं उनके घर के पास ही उपलब्ध हैं।
युवा लेखराम साहू का अनुभव बताता है ये बदलाव कितना बड़ा है।
पहले उन्हें पैसे जमा या निकालने के लिए 20 किलोमीटर दूर मुंगेली जाना पड़ता था, लेकिन अब ये डिजिटल सुविधा केंद्र आने के बाद उनका समय, मेहनत और पैसा दोनों बच रहा है।
गंगा साहू, जो इन केंद्रों से लाभ उठा रही हैं, कहती हैं,
“यह कदम हमारे गांव को आर्थिक और सामाजिक तौर पर मजबूत बनाने में मददगार साबित हो रहा है। इससे न केवल काम आसान हुआ है, बल्कि युवाओं को भी रोजगार के नए रास्ते मिले हैं।”
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर शुरू हुआ था ये अभियान
24 अप्रैल को इस वर्ष के राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर जिले के तीनों विकासखंडों में पहले चरण में 30 ग्राम पंचायतों में ये केंद्र शुरू किए गए। यहां पर लोग बैंकिंग, बीमा, पेंशन, बिजली बिल भुगतान, रेलवे टिकट बुकिंग, छात्रवृत्ति आवेदन, और जन्म-मृत्यु सहित विभिन्न सरकारी दस्तावेजों के साथ-साथ खाता खोलने जैसी सुविधाएं घर बैठे हासिल कर रहे हैं।
इस पहल से गांवों में सरकारी सेवाएं अब सीधे पहुंच रही हैं, जिससे ग्रामीणों की जिंदगी में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। समय की बचत हो रही है, और लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।
मुंगेली के इस डिजिटल बदलाव ने साबित कर दिया कि सही दिशा और सही योजना से गांवों को भी महानगरों के बराबर सुविधाएं पहुंचाई जा सकती हैं।