रायपुर, हाल ही में सीएम भूपेश बघेल ने रायुर प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, अपने पिता से जुड़ा एक वाक्य याद किया, उन्होने बताया कि कैसे जब उनके पिता नंदकुमार बघेल (Nandkuman baghel) को कोरोना हो गया था, तब वे हॉस्पिटल में रुकने के लिए तैयार ही नहीं थे. वे अपनी आदत के अनुसार डॉक्टरों को धरने पर बैठने की धमकी दे रहे थे.
इसके बाद एम्स के डॉक्टरों ने उन्हें फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी. सीएम ने कहा कि तब मैंने डॉक्टरों से कहा, कि कोरोना ने उनको नहीं, बल्कि कोरोना को उन्होने पकड़ रखा है. वहीं उन्होने अपने पिता की तारीफ करते हुए कहा, कि उनकी दूसरे मामलों में अपने पिता से नहीं बनती, लेकिन 86 साल की उम्र में भी उनका कॉफिडेंस लेवल काफी हाई है और वे आज भी सैकड़ों किलोमीटर सड़क से ही यात्रा कर लेते हैं.