छत्तीसगढ़

खुद को नायब तहसीलदार बता नौकरी लगाने का झांसा देकर, 85 लाख की ठगी करने के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

धमतरी। जिले में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम करीब 85 लाख रूपये की धोखाधड़ी  के मामले मे एक फर्जी नायब तहसीलदार राहुल वर्मा को पुलिस ने हिरासत मे लिया है।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वासुदेव साहू ने सिटी कोतवाली थाना मे रिपोर्ट  दर्ज कराया है कि डेढ़ साल पहले रोजगार कार्यालय धमतरी में राहुल वर्मा से जान पहचान हुआ, राहुल वर्मा रत्नाबांधा धमतरी में किराये के मकान में रहता था। जिससे अक्सर बातचीत होने लगी। उसने अपने आप को नायाब तहसीलदार बताया। आरोपी ने दुर्ग के खाद्य विभाग में क्लर्क के नौकरी के लिए 16,50,000 रूपये ले लिया फिर 3 महीने बाद आरोपी ने यूपीएससी में सलेक्शन की बात पर साढे आठ लाख रूपये ठग लिए। साथ ही बहन के स्टाफ नर्स भर्ती के लिए पांच लाख रूपये भी पीड़ित से लिया। साथ ही आरोपी ने जमीन संबंधी विवाद निपटाने के नाम पर 30 लाख रुपए ठग लिए। इसी तरह तेंदुकोन्हा निवासी शैलेश साहू से मेरे समक्ष खाद्य विभाग में सहायक ग्रेड 3 के लिए 6,20,000 रूपये लिए वहीं कमलेश को गतहसील कार्यालय भृत्य एवं उच्च न्यायालय में भृत्य के पद के लिए 7,50,000 रूपये ठगा। ग्राम जुनवानी निवासी यशवंत साहू ने  दुर्ग न्यायालय में भृत्य पद के लिए 01 लाख रूपये, ग्राम पेंडरवानी निवासी हरिवंश कुमार साहू ने तहसील कार्यालय राजनांदगांव में वाहन चालक पद के लिए 03लाख रूपये, रायपुर निवासी तरूण यादव से मंत्रालय में क्लर्क  पद के लिए 03 लाख 50 हजार रूपये लिया है। ग्राम दर्रीपार (गुजरा)निवासी रघुवीर साहू से पुत्री पूजा साहू को न्यायालय में भृत्य पद के लिए ,इसी तरह रजोली निवासी दीपक साहू से तहसील कार्यालय चारामा में सहायक ग्रेड 3 के लिए एक लाख पचास हजार रूपये लिया। जगतरा (झलमला)निवासी रूपाली कौशिक से क्लर्क पद के लिए 90 हजार, ग्राम अरौद (लाटाबोड) निवासी गजानंद यादव से सहायक ग्रेड 3 कलेक्टर कार्यालय जगदलपुर में नौकरी लगाने के लिए एक लाख 30 हजार रूपये लिया है। इस प्रकार आरोपी ने नौकरी लगाने के नाम पर 84,90,000 रूपये से ज्यादा की राशी प्राप्त कर धोखाधड़ी किया है।

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