पुलिस स्मृति दिवस का किया गया आयोजन, प्रभारी मंत्री कवासी लखमा हुए शामिल

बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में 05वीं वाहिनी छसबल परिसर में आज पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। इस आयोजन में वर्ष 2021-22 में संपूर्ण भारतवर्ष में कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों को न्यौछावर किये 261 पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बल के अधिकारी एवं जवानों के स्मरण में बस्तर आईजी सुन्दरराज पी. के द्वारा उनका नाम का वाचन किया जाकर शहीदों को स्मरण किया गया। वर्ष 2021-22 में बस्तर पुलिस के शहीद प्रधान आरक्षक सालिक राम मरकाम, शहीद आरक्षक अर्जुन कुडिय़ामी एवं शहीद सहायक आरक्षक गोपाल कड़ती का भी नाम वाचन बस्तर से लेकर देश के समस्त राज्यों में किया जाकर उनके बलिदान को स्मरण किया गया।
इस अवसर पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पश्चात बस्तर संभाग अंतर्गत जनता के जान-माल की रक्षा करते हुये विगत 22 वर्षों में 1282 से अधिक सुरक्षाबल सदस्यों द्वारा अपना सर्वोच्चतम बलिदान देते हुये शहादत प्राप्त किया। इसी प्रकार 1841 से अधिक निर्दोष ग्रामीणों का नक्सलियों द्वारा हत्या की गई। इन सब परिस्थितियों एवं चुनौतियों का सामना बस्तर संभाग अंतर्गत नक्सल गतिविधि को अंकुश लगाने हेतु शासन के त्रिवेणी कार्ययोजना ‘विश्वास-विकास-सुरक्षाÓ के क्रियान्वयन करने में बस्तर पुलिस, सुरक्षाबल एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा विगत वर्षों में निर्णायक बढ़त हासिल की गई। इस दिशा में और भी समर्पित होकर कार्य करते हुये हम बस्तर को एक नया और सकारात्मक पहचान दिलाएंगे। ज्ञात हो कि आज से 63 वर्ष पूर्व 21 अक्टूबर 1959 को भारत एवं चीन की सीमा पर कर्तव्य का निर्वहन करते हुये सीआरपीएफ के 10 अधिकारी एवं जवानों द्वारा अपने देश के लिए सर्वोच्चतम बलिदान दिया गया जिसके स्मरण में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस ‘स्मृति दिवसÓ के रूप में मनाया जाता है।
आज के पुलिस ‘स्मृति दिवसÓ कार्यक्रम में बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव रेखचंद जैन कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, सभापति श्रीमती कविता साहू, बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार, बस्तर एसपी जितेन्द्र सिंह मीणा, सेनानी 05 वीं वाहिनी छसबल शशिमोहन सिंह, एवं अन्य अधिकारी व बल के अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।