रायपुर । भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 2 दिनों के छत्तीसगढ़ प्रवास पर थी. दूसरे दिन वो बिलासपुर के दौरे पर रही. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी रतनपुर स्थित आदिशक्ति माँ महामाया देवी मंदिर पहुंची। जहां उन्होंने आदिशक्ति मां महामाया देवी के दर्शन किए. यहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर देशवासियों की सुख-समृद्धि और प्रगति की कामना कीl मां महामाया देवी के दर्शन के लिए किसी राष्ट्रपति के आगमन का यह पहला अवसर था।
इस दौरान छत्तीसगढ़ के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके साथ मौजूद रहे. ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी रतनपुर का गौरवशाली इतिहास रहा है. कलचुरी वंश के शासक रत्नदेव प्रथम ने रतनपुर को अपनी राजधानी बनाया और यहां आदिशक्ति मां महामाया देवी के मंदिर का निर्माण कराया. यह मंदिर 11वीं शताब्दी में बनवाया गया था. मां महामाया रतनपुर शाखा के कलचुरी वंश के राजाओं की कुलदेवी थी.मुर्मू के आगमन के मद्देनजर महामाया देवी का राजसी श्रृंगार किया गया ।
नवरात्रि और दीपावली में माता रानी का विशेष राजसी श्रृंगार किया जाता है। वर्ष 1042 में देवी मंदिर की स्थापना के बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब विशेष मौके पर अलग से महामाया देवी जी का राजसी श्रृंगार किया गया। मंदिर में सुबह 08.00 बजे से राष्ट्रपति के मंदिर दर्शन कर लौटने तक आमजनों के लिए मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध रहाl