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UP में Priyanka Gandhi का ‘सियासी दांव, या सच्चाई ? Chhattisgarh में भी महिलाओं को आरक्षण की दरकार

उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रियंका गांधी ने बड़ी सियासी चाल चली है, यूपी में कांग्रेस ने विधानसभा की 40 फीसदी सीटों पर महिला उम्मीदवारों को टिकट देने की घोषणा की है । पार्टी इसे महिला सशक्तिकरण की कोशिश के तौर पर प्रचारित कर रही है । यूपी में आजमाए जा रहे इस फॉर्मूले की आहट अब दूसरे प्रदेशों में भी सुनाई देने लगी है, खासतौर पर छत्तीसगढ़ में भी ये आहट महसूस की जा रही है। तो आज हम बताएंगे कि, यूपी में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा करने वाली कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कितनी महिलाओं को टिकट दिया था । और कुल कितनी फीसदी महिलाएं छत्तीसगढ़ विधानसभा में हैं ।

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दरअसल उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस ने विधानसभा की 40 फीसदी सीटों पर महिला उम्मीदवार को टिकट देने की घोषणा कर दी है । इस घोषणा का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी स्वागत किया है । उन्होने महिलाओं के लिए 40 फीसदी सीटें आरक्षित करने का निर्णय ऐतिहासिक बताया है । वैसे स्वागत करना और एतिहासिक बताने में कोई बड़ी बात नहीं है । अब जरा हम हकीकत की बात कर लेते हैं ।

उत्तर प्रदेश विधानसभा में 403 सीटों के लिए चुनाव होना है । 40 प्रतिशत सीटों के हिसाब से वहां कांग्रेस 161 महिला प्रत्याशियों को टिकट देगी, जैसा कि कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है । अब बात छत्तीसगढ़ की करते हैं । छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 सीटें हैं । यहां 40 फीसदी के हिसाब से 36 सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारना पड़ेगा ।

पिछले चुनाव में क्या थी स्थिति ।

अब जरा बात पिछले चुनाव की भी कर लेते हैं,  2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 12 सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया था । इसमें 10 महिलाएं जीतकर विधानसभा पहुंची । महज दंतेवाड़ा से देवती कर्मा, और राजनांदगांव से करुणा शुक्ला को ही हार का सामना करना पड़ा । हालांकि बाद में जो उपचुनाव हुए, उसमें देवती कर्मा भी विधायक बन गईं । यानी कांग्रेस ने 12 फीसदी से अधिक महिलाओं को टिकट दिया । इन प्रत्याशियों की जीत की दर 83 प्रतिशत से अधिक रही ।

विपक्ष की हकीकत

बात निकली है तो विपक्षी पार्टी भाजपा तक भी जाएगी, भाजपा साल 2018 में हुए चुनावों में महज 14 महिला उम्मीदवार उतारा था। इनमें से सिर्फ एक को जीत मिली। वहीं पिछले चुनावों में बसपा से पांच और जनता कांग्रेस ने महज तीन उम्मीदवार उतारे थे इनमें से भी एक अजीत जोगी की पत्नी और दूसरी उनकी बहू थीं ।

विधानसभा में महिलाओं की मौजूदा स्थिति

छत्तीसगढ़ बनने के बाद से पांचवी विधानसभा में महज 14 महिला विधायक हैं। इनमें 11 सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की हैं। तो एक विधायक भाजपा, एक जनता कांग्रेस , तो एक बहुजन समाज पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं ।

 फिलहाल छत्तीसगढ़ विधानसभा में अम्बिका सिंहदेव, उत्तरी जांगड़े, रेणु जोगी, रश्मि सिंह, इंदू बंजारे, अनिला भेंडिया, ममता चंद्राकर, छन्नी साहू, देवती कर्मा शकुंतला साहू, अनिता शर्मा, लक्ष्मी ध्रुव और रंजना साहू विधानसभा में महिला विधायक हैं।

198 महिलाएं ही विधानसभा पहुंचे हैं अबतक


1957 के बाद से अब 2018 तक कुल 1 हजार 152 से अधिक महिलाएं विधानसभा चुनाव लड़ी हैं। अभिवाजित मध्यप्रदेश के जमाने से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ क्षेत्र से कुल 198 महिलाएं ही विधानसभा पहुंच पाई हैं। 2018 के चुनाव में ही 115 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थीं। इनमें से महज 14 ही विधानसभा में पहुंच पाईं हैं ।

इस पूरी रिपोर्ट से आप ये तो समझ ही गए होंगे, कि भाजपा हो या कांग्रेस या फिर कोई दूसरी पार्टी, सभी बातें महिलाओं के लिए बड़ी बड़ी करते हैं, पर जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर हैं ।

आप भी इस मुद्दे पर अपनी राय रख सकते हैं । क्योंकि आपके कमेंट दूसरे लोगों को भी अपनी राय बनाने में मदद करते हैं ।

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