
रायगढ़ : भाजपा व्दारा टिकिट घोषित किये जाने के विरोध में रायगढ़ में काफी बवाल मचा हुआ हैं नगर निगम के 6 भाजपा पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया हैं वही भाजपा नेता विजय अग्रवाल निर्दलिय चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं कल रात जैसे ही रायगढ़ से विधायक रोशनलाल को पुन: प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा हुयी विधायक विरोधी खेमें में बगावत के सुर उठने लगे और विजय अग्रवाल के घर पर सैकडो़ समर्थकों की बैठक हुयी जिसमें स्तीफा देने वाले पार्षद भी शामिल थे सभी का कहना था।
की भाजपा हाईकमान व्दारा की जा रही मनमानी का विरोध किया जाना चाहिये और पार्टी को जवाब देने विजय अग्रवाल को निर्दलिय चुनाव लडऩा चाहिये फिलहाल विरोधी खेमा अभी इस मुद्दे को लेकर विचार मंथन कर रहा हैं पुरी तस्वीर एक दो दिन में साफ होगी वैसे विजय अग्रवाल चुनाव लडऩे के लिये पिछले 6माह से तैयारी कर रहें हैं और भाजपा टिकिट के सश्ख्त दावेदार भी थे लोगों को उनको टिकिट मिलने की उम्मीद भी थी लेकिन एन वक्त पर रोशनलाल ने बाजी मार ली और वे दौड़ से बाहर हो गये आज स्तीफा देने वाले पार्षदों में कौशलेश मिश्रा,अरुण देवांगन, दीपेश सोलंकी, अशोक यादव, मुक्तिनाथ, लक्ष्मण महिलाने के नाम शामिल हैं ।
पार्षदों ने प्रदेश अध्यक्ष के नाम भाजपा जिलाध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा है 5 साल तक उनकी उपेक्षा की उसके बाद भी यदि उन्हें टिकट दिया गया है तो वह भाजपा से इस्तीफा देने को मजबूर है और वे कदापि रोशन का समर्थन नहीं करेगें । पार्षदों के इस्तीफे के बाद से रायगढ़ की राजनीति में नया मोड़ आ गया है और विजय अग्रवाल कभी भी निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर सकते है सूत्रों की मानें तो आगे चलकर और भी कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता इस्तीफा दे सकते है इस बगावत के पीछे हाई कमान से मान मुनव्वल कराने व सौदेबाजी किये जाने का कयास लगायें जा रहें हैं पिछली बार भी विजय अग्रवाल व विधायक विरोधी खेमें के बागी तेवरों को इसी तरह शांत किया गया था लेकिन इस बार के तेवर कुछ ज्यादा ही तीखें हैं देखे आगे क्या होता हैं ।