
रायपुर : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 21 मई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर उन्हें याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। डॉ. सिंह ने राष्ट्र के निर्माण और विकास में उनके योगदान का उल्लेख करते हुए कहा है कि स्वर्गीय गांधी आतंकवाद का शिकार होकर शहीद हुए थे। उनकी शहादत के इस दिवस को पूरे देश में हर साल की तरह इस वर्ष भी आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर उन्हें याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है
डॉ. रमन सिंह ने कहा-किसी भी लोकतंत्र और सभ्य समाज में हिंसा और आतंक के लिए कोई स्थान नहीं होता, लेकिन आज देश और दुनिया के सामने आतंकवाद एक बड़ी चुनौती के रूप में खड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा-नक्सल हिंसा भी आतंकवाद का एक दूसरा रूप है, जो हमारे भारतीय लोकतंत्र और देश के विकास में बाधक है। राष्ट्रीय एकता की भावना को मजबूत बनाकर ही हम सब एकजुटता के साथ आतंकवाद और नक्सलवाद का मुकाबला कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार राज्यों को आतंकवाद और नक्सलवाद से निपटने के लिए हर संभव सहयोग दे रही है। केन्द्र के सहयोग से छत्तीसगढ़ को भी नक्सल हिंसा से निपटने में लगातार सफलता मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा-नक्सल हिंसा भी आतंकवाद का एक दूसरा रूप है,
मुख्यमंत्री ने कहा-सरगुजा संभाग को नक्सल हिंसा से मुक्ति मिल चुकी है। सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के फलस्वरूप बस्तर में नक्सली बौखला गए हैं और लगातार पीछे हट रहे हैं। वहां अब उनका अस्तित्व एक सीमित दायरे में सिमटकर रह गया है। बौखलाहट में उनके द्वारा कुछ स्थानों पर जो हिंसक वारदात की गई है, वह निश्चित रूप से निंदनीय है। हमारे पुलिस जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है और मुझे विश्वास है कि जनता के सहयोग से हम सब मिलकर बस्तर को भी जल्द से जल्द नक्सल हिंसा और आतंक से मुक्त करवा लेंगे।