रायपुर; सिरपुर में तृतीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव का आयोजन 8,9 एवं 10 को देश विदेश से बौद्ध भिक्खुनियां सिरपुर महोत्सव में पहुंचेंगी

रायपुर, (Fourth Eye News) सिरपुर नागार्जुन फाउंडेशन के श्री कृष्णा नंदेश्वर महासचिव बीएस जागृत अध्यक्ष भारतीय बौद्ध महासभा छत्तीसगढ़ प्रदेश सिरपुर कार्यक्रम के महासचिव रघुनंदन साहू एवं भिक्खुनियां सुनिति थाईलैंड बोधी मलेशिया भिक्खुनी वज्रयाना भिक्खुनी निर्वाणी थाईलैंड भिक्खुनी विजया मैत्रीय भारत, उपासिका विक्टोरिया फ्राम अर्जेटीना ने प्रेसक्लब रायपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में संयुक्त रूप से बताया कि विश्व की सबसे बड़ी बौद्ध विरासत सिरपुर जिला महासमुंद में तृतीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव एवं प्रथम अंतरराष्ट्रीय भिक्खुनी उपासिका धम्मचर्चा का आयोजन 8, 9 एवं 10 फरवरी को आयोजित किया गया है। पत्रकार वार्ता में वार्ताकारों ने बताया कि गौतम बुद्ध के विश्व शांति के संदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक है जितने बौद्धकाल में थे।
भिक्खुनियां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाई अशांति को दूर कर देश विदेश में शांति का संदेश प्रचारित एवं प्रसारित कर रही हैं। विश्व की बदली हुई स्थितियों में कोई भी देश युद्ध की विभिषिका में फंसने को तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में अशांति को दूर करने का केवल एक ही उपाय है कि हम (देश) अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहे। पत्रकारवार्ता में मलेशिया, थाईलैंड, बर्मा, अर्जेटीना से आई भिक्खुनियों ने बताया कि छठवीं सदी में भारत के छत्तीसगढ़ प्रदेश में छठवीं सदी में सिरपुर का साम्राज्य था। वहां हुई खुदाई से बौद्ध बिहार, बुद्ध प्रतिमाएं अवशेष बाजार, अस्पताल, आवास, शिक्षा आदि के रहने के स्थल मिले हैं।
भारतीय बौद्ध महासभा छत्तीसगढ़ एवं सिरपुर नागार्जुन फाउंडेशन एवं ओबीसी छत्तीसगढ़ तथा छत्तीसगढ़ प्रगतिशील समाज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में देश विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु त्रिदिवसीय आयोजन में पहुंचेंगे। पत्रकारवार्ता में भिक्खुनियों ने बताया कि भारत में छत्तीसगढ़ में पहली बार भिक्खुनियों का धम्म चर्चा पर सम्मेलन आयोजित किया गया है। पत्रकारवार्ता में विशाखा महाथेरी, आल इंडिया भिक्खुनी संघ की अध्यक्ष शीलाचार्र्य, उपाध्यक्ष नागपुर, भिक्खुनी कत्यानी महाथेरी उमरेठ औरंगाबाद से भिक्खुनी धम्मदर्शना जापान से भंते नागार्जून, सुरई ससई अध्यक्ष भारतीय भिक्खु महासंघ के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बौद्ध महोत्सव में बैकांक, श्रीलंका, म्यानमांर, इंडोनेशिया, कोरिया, वियतनाम, चीन सहित भारत से असम त्रिपुरा, मणीपुर, दार्जलिंग, तिब्बत, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश एवं कर्नाटक से हजारों की संख्या में बौद्ध भिक्खु एवं भिक्खुनियां में शामिल होंगे। महोत्सव के दौरान भगवान बुद्ध पर केंद्रित साहित्य पर चर्चा संत कबीर साहित्य पर चर्चा, गुरुघासीदास के विशाल व्यक्तित्व पर उपस्थित प्रबुद्धजन सारगर्भित जानकारी प्रवक्ताओं से प्राप्त करेंगे।