पढ़िये वो संभावित वजह, जिसकी वजह से नरेंद्र गिरी को उठाना पड़ा आत्मघाती कदम

महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत से हर कोई हिल गया है. बताया जा रहा है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और मठ बाघम्बरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि के मौत की वजह अपमानित होने का डर हो सकता है. लेकिन यह सुसाइड है या उन्हें यह लिखकर आत्मघाती कदम उठाने के लिए जबूर किया गया यह अभी भी सवाल बना हुआ है।
महंत नरेंद्र गिरि के मौत की यह भी बनी बड़ी वजह
1- महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच प्रापर्टी को लेकर विवाद। जिसके बाद आनंद गिरी के बाघम्बरी गद्दी मठ और बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।
2- मठ की जमीन को लेकर कई विवाद सामने आने लगे थे। जिसमें हंडिया के सपा नेता महेश नारायण सिंह से विवाद हो या पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव महंत आशीष गिरि की नवंबर 2019 को संदिग्ध हालत में मौत।
3-नरेंद्र गिरि जी किन्नर अखाड़े से लेकर परी अखाड़ा तक पर सवाल खड़े कर दिए थे। जिसको लेकर संत समाज में भी इनका विरोध होने लगा था। यही नहीं उन्होंने अखाड़ा परिषद ने योगी सत्यम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें फर्जी साबित कर दिया। जिसका विवाद बढ़ता चला गया। वहीं 2004 में तत्कालीन डीआईजी आरएन सिंह से भी एक जमीन बेचने को लेकर हुआ था। जिसमें खुद मुख्यमंत्री मुलायम सिंह को बीच में आना पड़ा था।
4- आनंद गिरि ने आरोप लगाया था कि मठ की जमीन अवैध रूप से बेची जा रही हैं। शहर के कीडगंज स्थित गोपाल मंदिर की जमीन हो या संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर के लाखों रुपये के चढ़ावा सब में खेल हो रहा है। जिसको लेकर मठ के अंदर की विवाद की स्थित पैदा हो गई थी।
5- मठ की दावेदारी को लेकर भी आनंद गिरि के निष्कासन के बाद शुरू हो गई थी। चर्चा है कि इसको लेकर भी कई लोग दावेदारी करने लगे थे।
6- महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के बाद चर्चाएं किसी सीडी को लेकर भी चल रही हैं. बताया जा रहा है कि इसको लेकर उन्हें लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा था । अब इस सीडी में क्या है, इसका खुलासा आने वाले वक्त में हो सकता है ।