रायपुर में सड़क किनारे सोकर बिताई रात, सुबह पवन साय को घेरा, लगाए मुर्दाबाद के नारे
रायपुर में बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर 24 घंटे से जशपुर से आए आदिवासी डटे हुए हैं। करीब डेढ़ सौ लोगों को अंदर जाने से रोक दिया गया है। हालात ऐसे बने की इन सभी ने सड़क किनारे गेट के बाहर ही जमीन पर सोकर रात बिताई। यह सभी लोग वहां के प्रत्याशी को बदलने की मांग कर रहे हैं।
जशपुर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी ने राय मुनि भगत को विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है। यह सभी आदिवासी राय मुनि भगत का विरोध कर रहे हैं। यह चाहते हैं कि प्रत्याशी बदलकर भाजपा गणेशराम भगत को टिकट दे। करोड़ों की लागत से बने प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं के रहने का बंदोबस्त तो है मगर इन आदिवासियों को वहां जगह नहीं दी गई लिहाजा सड़क पर ही रात बितानी पड़ी।
कार्यालय के गेट के बाहर सोत हुए लोग।
‘ना अंदर आने दिया ना कोई मुलाकात कर रहा’
आदिवासी जशपुर में तीन बसों और कुछ पिकअप ट्रक में भरकर रायपुर पहुंचे हैं। यह सभी भाजपा के समर्थक हैं और इनमें कुछ ग्रामीण और बीजेपी के कार्यकर्ता भी शामिल हैं। भाजपा कार्यकर्ता अनुरंजन ने बताया कि जैसे ही हम प्रदेश कार्यालय पहुंचे हमें भीतर जाने नहीं दिया गया।
लोग बोले गेट पर ही पुलिस वालों ने हमें रोक दिया। रात के करीब 1 बजे बृजमोहन अग्रवाल आए थे लेकिन किसी नेता ने हमसे मुलाकात नहीं की। हम चाहते हैं कि प्रत्याशी बदले मगर वह हमें आवेदन देकर लौटने को कह रहे थे। हम यहां से जाने वाले नहीं है।
रायपुर भाजपा कार्यालय के बाहर खड़ी इन बसों से आए हुए हैं लोग।
आधी रात भास्कर ने लिया जायजा
रात के करीब 2:30 बजे दैनिक भास्कर की टीम भी मौके पर पहुंची। सभी आदिवासी खुले आसमान के नीचे सड़क किनारे सोने को मजबूर थे। उन्होंने बताया कि सड़क से गाड़ियों का आना-जाना भी हो रहा है। कहीं कोई हादसा हो जाए तो यह बेहद दुखद होगा। मगर हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होती यहीं डटे रहेंगे, चाहे जो हो जाए।
ये है विरोध की वजह
जशपुर से आए अनुरंजन भगत ने बताया कि जशपुर में गणेश राम भगत ने स्थानीय आदिवासियों के हितों के लिए बहुत से आंदोलन किए, वह एक बड़े आदिवासी नेता हैं, उन्हें इस तरह से दरकिनार किए जाने की वजह से हमें तकलीफ है।
गेट के बाहर इस तरह सोते हुए जशपुर से आए लोग।
जशपुर के स्थानीय बीजेपी नेता शिवराम भगत ने बताया कि गौ हत्या, धर्मांतरण जैसे मामलों पर गणेश राम भगत लगातार काम करते रहे हैं। रायमुनि भगत ने कोई ऐसा काम नहीं किया कि उन्हें विधानसभा का टिकट दिया जाए। ना ही उन्हें कोई पसंद करता है इसके बाद भी उन्हें टिकट देकर एक अच्छे आदमी को अनदेखा किया गया है। मुनि भगत को प्रत्याशी बनाया है यह सभी राय मुनि का विरोध कर रहे हैं चाहते हैं कि गणेश राम भगत को प्रत्याशी बनाया जाए।
रायमुनि स्थानीय कार्यकर्ताओं को रास नहीं आ रहीं। विरोध प्रदर्शन करने पहुंची बीजेपी की महिला नेता करुणा भगत ने बताया कि पिछली बार जब पार्टी ने गोविंद राम भगत को प्रत्याशी बनाया था तो रायमुनि भगत ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम शुरू कर दिया था।
नाराज कार्यकर्ताओं की बात साय सुनते रहे।
रविवार सुबह साय को घेरा
रात इस हाल में बिताने के बाद सुबह सभी आदिवासियों ने भाजपा के संगठन महामंत्री पवन साय को घेर दिया। मीडिया में आई खबरों के बाद साय इन ग्रामीणों से मिलने पहुंचे थे। साय को देखते ही आदिवासियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। साय खुद जशपुर इलाके की राजनीति को समझते हैं। कार्यकर्ताओं ने साय से कहा कि लोगों ने एक महीने पहले ही लिखकर दिया था कि रायमुनि को टिकट न दिया जाए। इसके बाद भी आप लोगों ने ध्यान नहीं दिया। प्रत्याशी बदलना होगा।
साय के खिलाफ नारेबाजी की गई, वो सिर झुकाए सब सुनते रहे। ऊपर बात पहुंचाने कहा।
साय मुर्दाबाद के नारे भी भीड़ ने लगाने शुरू कर दिए। अब 15 अक्टूबर की रात तक 24 घंटे से अधिक वक्त से सभी आदिवासियों ने प्रदेश भाजपा के बाहर अपना धरना जारी रखा है। सभी साफ कह चुके हैं रायमुनि को हटाकर गणेशराम भगत को टिकट नहीं दिया जाता तब तक डटे रहेंगे।
बीजेपी प्रत्याशी विरोध की और खबर
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ये भीड़ नाराज कार्यकर्ताओं की है, जो विरोध करने पहुंचे।
छत्तीसगढ़ बीजेपी में लगातार प्रत्याशियों के खिलाफ कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता रायपुर के बीजेपी मुख्यालय में घुस गए। बड़े नेताओं से मिलने की जिद करते हुए हंगामा कर दिया। आरंग से आए कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें पैराशूट लैडिंग नहीं चाहिए। कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के समय गुरु खुशवंत का नाम फाइनल भी नहीं हुआ था हालांकि विरोध के बाद भी बीजेपी ने गुरु खुशवंत को ही टिकट दिया है।