
कोरबा : दो साल पहले केनरा बैंक में दिनदहाड़े डकैती डालकर 35 लाख रुपये नकद एवं सोने के जेवर लूट लिए जाने के मामले का फ रार मास्टर माइंड आरोपी माधव रविदास उर्फ अमरेंद्र कुमार माधव उर्फ सुजीत कुमार को एसटीएफ पटना ने धनबाद से गिरफ्तार कर लिया है। मूलत: बिहार के रहने वाले इस मोस्ट वांटेड की तलाश पांच राज्यों की पुलिस को थी। 40 से अधिक बैंक डकैती करने का रिकॉर्ड इसके नाम पर है। किराए पर घर लेकर कई माह से लुक छिप कर रहा था। मोबाइल लोकेशन के आधार पर एसटीएफ उस तक पहुंची।
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21 सितंबर 2016 की सुबह 8.45 बजे केनरा बैंक की शाखा में बंदूक थामे कुछ डकैत उस वक्त धड़धड़ाते घुस गए, जब चपरासी अमित कुमार सिंह साफ. सफाई कर रहा था। कट्टा अड़ा पीटते हुए बैंक के अंदर ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया और कर्मचारियों के आने का इंतजार करने लगे। इस बीच जैसे-जैसे कर्मचारी बैंक में आए, उन्हें कट्टा अड़ाकर कब्जे में लेते गए। बैंक पहुंच रहे ग्राहकों को भी गेट में ही एक आरोपी अपने कब्जे में ले लेता था। अपराधी कितने शातिर थे, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि बैंक के अंदर की स्थिति सब कुछ सामान्य नजर आए, इसके लिए कुछ आरोपी बैंक के अंदर बैग व फाइल लेकर चल रहे थे।
एक अधिकारी विरेंद्र बिहारी टेट ने चाबी देने में आनाकानी की तो उसकी पिटाई कर दिए। डरे-सहमे विरेंद्र ने चेस्ट की चाबी डकैतों के हवाले कर दी। बैंक मैनेजर सुधीर कुमार झा ने भी चाबी दे देने में ही अपनी भलाई समझी। एक आरोपी कमरे के अंदर रह बैंक में आए सभी को कट्टे पर नोक पर रखा। तीन आरोपी बाहर सीढिय़ों से गेट पर पहरा देते रहे। शेष आरोपियों ने अंदर चेस्ट रूम में रखे 35 लाख रुपये और कुछ जेवर समेट कर भाग गए। ओडि़शा पुलिस ने घटना के करीब चार माह बाद संबलपुर स्थित एक बैंक में डकैती के मामले में पकड़े गए दो आरोपियों को इस मामले में आरोपी बनाया था। इन आरोपियों को पुलिस ट्रांजिस्ट रिमांड पर कोरबा लेकर आई थी।
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मुख्य आरोपी माधव रविदास पुलिस के हाथ नहीं लग सका था। एक अक्टूबर को पटना एसटीएफ को इस आरोपी की तलाश थी। मोबाइल लोकेशन मिलने के बाद एसटीएफ ने धनबाद पुलिस के माध्यम से एक किराए के मकान में परिवार समेत निवासरत माधव को धर दबोचा। उसके साथ बहनोई उपेंद्र दास समेत दो महिलाओं को भी गिरफ्तार कर घर से ट्राली, गैस कटर, तिजोरी जब्त की। माधव मूलत: गया जिले के पोरैया थाना क्षेत्र के फोहरा गांव निवासी है और वर्ष 2015 में वह जेल से छूटा था। ओडिशा के आंगुल में दो बड़ी बैंक डकैती भी कर चुका था।
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बैंक डकैती में मास्टर माइंट मोस्ट वांटेड माधव रविदास के साथ गैंग में आधा दर्जन से अधिक अपराधी शामिल हैं। कोरबा समेत पांच राज्यों की पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। इसमें छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल, ओडिशा तथा झारखंड की पुलिस शामिल है। यहां चालीस से भी ज्यादा स्थानों पर बैंक डकैती कर करोड़ो की संपत्ति एवं 25 किलो से ज्यादा सोना लूटा था।
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