पूनम पंडित को तब पता चल गई उनकी ‘औकात’ जब भाजपा सांसद महेश शर्मा के आते ही उन्हें बोलने से रोक दिया गया

नोएडा , किसान नेता से राजनेता बनीं पूनम पंडित, सोशल मीडिया के जरिए आज एक जाना पहचाना चेहरा बन चुकी हैं. हालांकि स्ट्रीम मीडिया ने कभी न उन्हें तब्ज्जो दी, और न ही उनके बारे में कभी दिखाया. लेकिन बावजूद इसके पूनम पंडित देश विदेश में खूब फेमस हुईं. हालांकि उनकी तेज जुबान, और धारदार बयान, कई बार उनके लिये ही हानिकार हो जाते हैं. वहीं वे अपने कामों की वजह से भी, अपनों के ही निशाने पर आ जाती हैं. शायद यही वजह है, कि जिस किसान आंदोलन की शुरूआत में उन्हें खूब सिर-आंखों पर बिठाया गया, बाद में उसी आंदोलन में से उन्हें दूध में मख्खी की तरह निकाल फेंका.
पूनम पंडित ने खूब कोशिश की, वे किसी तरह से किसान आंदोलन से जुड़ी रहें. लेकिन उनकी हर कोशिश बेकार साबित हुई. आखिरकार उन्हें अपना रास्ता बदलना पड़ा. अब वे यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने की हसरत रख रही हैं. लेकिन सार्वजनिक जीवन इतना आसान भी नहीं होता. जैसा कि पूनम पंडित जानती ही होंगी. क्योंकि किसान आंदोलन में कई बार उन्हें जमकर जलील किया गया. और अब राजनीतिक जीवन में भी उनका पीछा इससे छूटेगा, कहा नहीं जा सकता.
ताजा मामला ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम से जुड़ा है. मंच पर जब पूनम पंडित बोल रही थीं. इसी दौरान वहां समाज के सांसद महेश शर्मा पहुंच गए. और पूनम पंडित को बोलने से रोक दिया गया. इसके बाद उनके पास सिवाय मुस्कुराते रहने के कोई चारा नहीं रहा. अब भले ही कार्यक्रम समाज का हो, लेकिन पूनम पंडित के सामने ही जिस तरीके से सांसद महोदय का गुणगान मंच से किया गया.
उसके बाद पूनम पंडित को समझ जाना चाहिए, कि ब्राह्मण समाज में सेंध लगा पाना उनके लिए कितनी बड़ी चुनौती है. हां बाद में जाते-जाते जब उन्हें बोलने का मौका मिला, तो उन्होने सांसद के सामने किस तरह से अपनी खींज निकाली आप भी सुन लीजिये. अब आप ही बताएं क्यां यूपी चुनाव में पूनम पंडित कुछ कमाल दिखा पाएंगी, या फिर उन्हें किसान आंदोलन की तरह यहां भी मुंह की खानी पड़ेगी.