सत्र के पहले दिन बुरे घिरे गुरु रुद्रकुमार,सवालों की बौछार से हुए परेशान
रुद्रकुमार सवालों की बौछार से हुए परेशान

नमस्कार दोस्तों, फोर्थ आई न्यूज़ में आप सभी का स्वागत है। दोस्तों 2 जनवरी से छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है। यह पांच दिवसीय सत्र है। सत्र के पहले दिन सदन में जल जीवन मिशन का मुद्दा उठा। इस मामले में पीएचई मंत्री गुरु रुद्रकुमार चौतरफा घिरते नज़र आए। विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया। इस दौरान बांधी ने जल जीवन मिशन के टेंडर संबंधित सवाल पूछा।
मंत्री रुद्र कुमार के जवाब से असंतुष्ट BJP विधायकों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए टेंडर और संशोधन के मामलों में सवाल खड़ा कर दिया। अपने सवाल में डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने पूछा, क्या लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि बिलासपुर जिले में 15 जुलाई 2022 से दिनांक 07 दिसम्बर 2022 तक जनजीवन मिशन के तहत कितने टेडर निकले और किसने टेंडरों के लिए रिटेंडर या संशोधित किया गया ? उन्होंने पूछा कि संशोधित टेंडर के लिए कितनी समय-सीमा निर्धारित की गयी थी? ऑनलाइन फाइन रिटेंडर के लिए क्या समय-सीमा निर्धारित की गई।जवाब में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री गुरु रूद्र कुमार ने बताया कि बिलासपुर जिले में 15 जुलाई 2022 से दिनांक 07 दिसम्बर 2022 एक जल जीवन मिशन के तहत कुल 201 टेंडर निकाले गये। इनमें से 80 टेंडर- रिटेंडर तथा 15 टैंडरों के समय- सीमा में संशोधन किया गया।पीएचई मंत्री रुद्र कुमार लगातार जवाब देते रहे। इस दौरान भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि ये 100 करोड़ के घोटाले का मामला है और इसकी समिति बनाकर जांच होनी चाहिए।
इस सवाल से और उसपर भाजपा के आक्रामक तेवर से पीएचई मंत्री गुरु रुद्रकुमार इतने परेशान हो गए कि उन्होनें कहा कि मैं बार-बार कह रहा हूँ कि टेंडर हुआ था उसे निरस्त कर दिया गया। फिर जीरो काल या सिंगल कॉल की वजह से काम अभी तक आगे नहीं बढ़ाया जा सका है। इसपर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि 1779 टेंडर एक साथ हो गए। यह क्या मज़ाक हो रहा है ?
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि अध्यक्ष महोदय आपसे निवेदन है कि सरकार को निर्देशित करें कि उनके सभी विधायक सदन में पूरी तैयारी के साथ आएं। छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष अपनी पूरी तैयारी से आ रहा है मगर दोस्तों क्या आपको सरकार की तैयारियों में कोई कमी लगती है ?