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कासगंज ; अब तक 112 गिरफ्तार, आरोपी के घर से मिले देसी बम और पिस्टल

 कासगंज :  यूपी के कासगंज में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा रैली के दौरान शुरू हुई हिंसा के बाद इलाके में तनावपूर्ण शांति है। रविवार सुबह उपद्रवियों ने कासगंज की एक दुकान में आग लगा दी थी। हिंसा के सिलसिले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 7 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
आईजी संजीव गुप्ता ने बताया, अब तक 112 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। तलाशी अभियान के दौरान विलराम गेट पर एक दुकान से पिस्टल और कारतूस बरामद हुए हैं। स्थित पूर्ण रूप से नियंत्रण में है। दोपहर में बाजार भी खुल गए हैं। पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिसबल तैनात है।
दूसरी ओर मृतक चंदन का मुख्य आरोपी शकील अब भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस आरोपी की तलाश के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है। इस दौरान पुलिस ने शकील के घर की तलाशी ली, जहां देसी बम और पिस्टल मिले। पुलिस ने आसपास के लोगों से भी शकील के बारे में पूछताछ की।
हालांकि, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि फिलहाल कासगंज में स्थिति नियंत्रण में है। नवनियुक्त डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, कासगंज में स्थिति अभी नियंत्रण में है। पिछले कुछ घंटों से कोई घटना सामने नहीं आई है। काफी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया है, पट्रोलिंग की जा रही है। इसी के साथ डीजीपी ने जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने को लक्ष्य बताया है।
डीजीपी ने कहा कि लॉ ऐंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए कोई भी कदम उठाया जा सकता है। इसी के तहत अभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के दौरे पर अभी प्रतिबंध लगाया गया है। डीजीपी ने माना कि कासगंज में दो समुदायों के बीच फसाद हुआ था। उन्होंने आगे कहा, आरोपियों और असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। जरूरत पडऩे पर रासुका भी लगा सकते हैं। हमारे अधिकारी गिरफ्तारियां कर रहे हैं इसके साथ ही घर-घर तलाशी भी की जा रही है।
बता दें कि रविवार सुबह छिटपुट बवाल के बाद जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं और धारा-144 लगा दी गई है। कासगंज में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए प्रशासन ने पुलिस समेत पीएसी, रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ) तैनात कर दी है। जिले में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है क्योंकि विडियो आदि के जरिए अफवाहों का बाजार गर्म है। प्रशासन चाहता है कि किसी भी अफवाह से अब स्थिति न बिगड़े, जिसके मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
कई गिरफ्तारियां
एडीजी एलओ आनंद कुमार ने बताया कि हालात काबू करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल कासगंज भेज दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारी वहां कैंप कर रहे हैं। हिंसा और बवाल के आरोपितों को चिह्नित कर गिरफ्तारियां की जा रही हैं। अभी तक वहां एक युवक की मौत हुई है और एक व्यक्ति घायल है।
वाहनों को जलाया
शनिवार देर रात कासगंज के बाहरी इलाके नदराई और चुंगी में 3 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। अलीगढ़ मंडल के आयुक्त एससी शर्मा ने बताया, हम लगातार इन क्षेत्रों में गश्त लगा रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना बाहरी इलाके में हुई है इसीलिए हमारे पास इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं है।
पुलिस के बयान में कहा गया है कि 26 जनवरी की सुबह कस्बा कासगंज में अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिलों से वंदेमातरम और भारत माता की जय के नारे लगाते हुए हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भ्रमण कर रहे थे। जुलूस जैसे ही दूसरे समुदाय के लोगों के इलाके में पहुंचा तो कुछ उपद्रवी तत्वों ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया।
इसी बीच फायरिंग के दौरान दो युवक अभिषेक गुप्ता उर्फ चंदन और नौशाद गोली लगने से घायल हो गए। घायल चंदन को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद कासंगज में हिंसा भडक़ उठी।
 

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