जशपुर दर्शन 2025: प्राकृतिक सुंदरता और जनजातीय संस्कृति की झलक देने को तैयार

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जशपुर जिले की समृद्ध जनजातीय संस्कृति और नैसर्गिक सौंदर्य को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पर्यटन को प्रोत्साहित करने हेतु अधोसंरचना विकास समेत कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
इसी क्रम में जशपुर जिला प्रशासन ने एक अनोखी पहल करते हुए जशपुर दर्शन 2025 की शुरुआत की। इस अभियान के तहत आज पर्यटन वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह वाहन पर्यटकों को मधेश्वर पहाड़ समेत जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर कराएगा।
इस पहल से न केवल जशपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिल रही है, बल्कि स्थानीय समुदाय और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नवाचारी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे जशपुर पर्यटन के नक्शे पर तेजी से उभर रहा है।
पहला जत्था रवाना
विधायक रायमुनी भगत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष यश प्रताप सिंह जूदेव, नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद भगत, जनपद पंचायत अध्यक्ष गंगाराम भगत और कलेक्टर रोहित व्यास ने मिलकर वाहन को पुरातत्व संग्रहालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे। आज की यात्रा में समर्थ आवासीय दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र के छात्र भाग लेंगे।
यात्रा की विशेषताएं
जशपुर दर्शन 2025, 10 से 15 अक्टूबर तक चलेगा। एक दिवसीय इस यात्रा के दौरान पर्यटक जशपुर की प्राकृतिक छटा और सांस्कृतिक स्थलों को नजदीक से देख सकेंगे। यात्रा में शामिल मुख्य आकर्षण हैं:
मधेश्वर पहाड़ (लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग – गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज)
रानीदाह जलप्रपात
पुरातत्व संग्रहालय
शारदा धाम
देशदेखा
मयाली वॉटर स्पोर्ट्स
सारूडीह चाय बगान
गुल्लू जलप्रपात
यात्रा शुल्क प्रति व्यक्ति ₹1000 और पूरी गाड़ी बुकिंग पर ₹5000 रखा गया है। अधिक जानकारी और बुकिंग के लिए संपर्क करें: +91-9329074651



