छत्तीसगढ़ न्यूज़ | Fourth Eye News

कोण्डगांव : 8 एवं 3 लाख के हार्डकोर ईनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

कोंडागांव  : जिले की कोंडागांव जिला पुुलिस के समक्ष आज दो हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।  
कोंडागांव एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि समाज की मुख्य धारा में जुडऩे संबंधी जनजागरण अभियान की जानकारी से नक्सली संगठन लगातार दबाव महसूस कर रहे है, वहीं छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आज पूर्वी बस्तर डिविजन के कम्पनी नम्बर 06 का 08 लाख का ईनामी नक्सली सुखधर उर्फ  उमेष कुमेटी  एलओएस सदस्य 03 लाख का ईनामी एवं नक्सली समपो कोर्राम नेड़वाल बाल संघम सदस्य पण्डरू राम शोरी जिन्होंने वर्ष 2016 के ग्राम टेटम व वर्ष 2017 के ग्राम तुसवाल व ईरपानार में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल होना बताते हुए प्रत्येक घटना का सिलसिलेवार जानकारी देकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की इच्छा जाहिर कर पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
 

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बस्तर : की 8 में से 3 मंडियों में काम-काज ठप

जगदलपुर,: कृषि तथा कुछ वनोपजोंं क कारोबार के लिए मंडियों का अपना विशिष्ट स्थान है और बस्तर संभाग की आठ मंडियां ही इस समय कार्यरत है जबकि तीन मंडियों में कारोबार नहीं हो पा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संभाग में 11 मंडियां हैं जिनमें से तीन मंडियों में क्रमश: कोण्डागांव, नारायणपुर तथा बीजापुर मंडी में सुरक्षाबलों के रहने से कार्य बंद है। इस संबंध में यह उल्लेखनीय है  कि इन स्थानों में कृषि उपज के लिए मंडियों का सभी कार्य इधर-उधर से होता है और इससे क्षेत्र के किसानों को अच्छे मूल्य के लिए भटकना भी पड़ता है। इसके अलावा सुरक्षाबलों के अधीन होने से इन स्थानों पर कार्य जहां बंद होने से मंडियों से प्राप्त होने वाले राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा है। वहीं सुरक्षाबलों के द्वारा मंडी परिसर पर काबीज रहने का किराया नहीं दिया जा रहा है।
बीजापुर मंडी में तो गत 12 वर्षों से सुरक्षाबलों का जमावड़ा है। इसका किराया भी अप्राप्त है, वहीं इन मंडियों के क्षेत्र के
व्यापारी एवं किसान आसपास की दूसरी मंडी और उप मंडियों का सहारा ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोण्डागांव में 20 एकड़, नारायणपुर में 7 एकड़ एवं बीजापुर में 15 एकड़ भूमि किसी काम की नहीं है। इससे मंडी प्रशासन को कोई आय नहीं हो रही है।
सुधीर जैन
 

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