सांस्कृतिक कार्यक्रम से लौटते युवकों ने किया दरिंदगी का जघन्य अपराध

रायपुर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में हाल ही में हुई एक दिल दहला देने वाली सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। 28-29 सितंबर की रात को घर जाने के लिए मदद मांग रही एक महिला को 7 युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया।
पुलिस ने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और समाज में कड़ा संदेश देने के लिए उनका सड़कों पर जुलूस भी निकाला।
मदद का बहाना, फिर सुनसान जगह पर दरिंदगी
यह घटना देर रात करीब 1:30 से 2 बजे के बीच हुई। घर जाने के लिए मदद की तलाश कर रही एक महिला को इलाके के कुछ युवक मिले। युवकों ने महिला को घर छोड़ने का बहाना बनाया जिस पर उसने भरोसा कर लिया।युवकों ने महिला को मोटरसाइकिल पर बैठाया और घर पहुंचाने के बजाय एक सुनसान जगह पर ले गए। वहां उन्होंने बारी-बारी से उसके साथ दरिंदगी की। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
CCTV फुटेज से हुआ खुलासा
अगले दिन सुबह होते ही पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और सीधे चांपा थाने पहुंचकर पूरी घटना पुलिस को बताई। पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर जांच शुरू की और आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में सात मोटरसाइकिल पर सात युवकों की तस्वीरें सामने आईं। इन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस ने सातों आरोपियों की पहचान की और एक-एक करके सभी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हुए सभी सातों आरोपी प्रदीप मनहर, शिवम बंजारे, कृष्ण खूंटे, अनिल महिलांगे, सूरज टंडन, दीपेश कुमार कुर्रे और शानू मीरझा की उम्र लगभग 19 साल है और वे चांपा के ही अलग-अलग वार्डों के रहने वाले हैं।
पुलिस ने निकाला आरोपियों का जुलूस
पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि वे एक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखकर लौट रहे थे और उन्हें मौका मिला जिसका उन्होंने गलत फायदा उठाया। पुलिस ने सिर्फ गिरफ्तारी पर ही कार्रवाई नहीं रोकी। समाज में अपराधियों को सख्त संदेश देने के लिए पुलिस ने सातों आरोपियों का जुलूस पूरे शहर में निकाला। जुलूस निकालने के बाद सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है।




