जहां भी विरोध होगा वहां की शराब की दुकानें बंद करेगी छत्तीसगढ़ सरकार!
छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी का दावा कर सत्तासीन होने में कामयाब रही कांग्रेस पार्टी पूर्ण शराबबंदी पर अब चुप्पी साध चुकी है. हां यह बात अलग है कि अब आबकारी मंत्री विरोध होने पर शराब दुकान बंद करने की बात कह रहे हैं. 15 सालों तक विपक्ष में रही कांग्रेस पार्टी साल 2018 के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में लोगों से पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के 6 माह बाद भी पूर्ण शराबबंदी को लेकर ठोस निर्णय नहीं लिया गया है.
हालांकि राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा अब कह रहे हैं कि शराब दुकानों के संचालन में नियम-कानून से समझौता नहीं किया जाएगा. जहां भी शराब दुकानों का विरोध होगा उसका परीक्षण कर उसे बंद किया जाएगा, जिसके तहत उन्होंने एक शराब की दुकान को यथा स्थान पर बंद करने का निर्देश भी जारी कर चुके हैं.
बीजेपी ने साधा निशाना
पूर्ण शराबबंदी के वादों के बीच विरोध पर दुकानों को बंद करने के आबकारी मंत्री के बयान पर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जमकर निशाना साधा. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री के पास साधन है संसाधन हैं वे खुद ही परीक्षण कराकर दुकानों को बंद करने का निर्णय लें ना कि विरोध होने का इंतजार करें. बहरहाल छत्तीसगढ़ में शराबबंदी या फिर पूर्ण शराबबंदी का राग कोई नया नहीं है पूर्ववर्तीय सरकार में भी इस तरह की बाते हो चुकी है मगर तमाम वादे और दावे ढाक के तीन पात ही साबित हुए हैं. बहरहाल देखना होगा कि पूर्ण शराबबंदी का वादा करने वाली सत्ताधारी कांग्रेस शराबबंदी को लेकर आगे क्या करती है.