‘फ्री खाना किंग’ का खुलासा – 2 साल तक हर रोज़ मुफ्त में खाता रहा आलीशान डिनर!

कल्पना कीजिए – कोई शख्स हर रोज़ मंहगा खाना मंगवाए, और हर बार कहे कि “भाई, ऑर्डर आया ही नहीं!”
जापान के नागोया शहर में 38 वर्षीय ताकुया हिगाशिमोटो ने कुछ ऐसा ही किया — 2 साल तक, हर दिन।
फूड डिलीवरी ऐप Demae-can की लूपहोल पकड़कर, उसने कंपनी को ₹21 लाख से भी ज्यादा का चूना लगा दिया।
‘स्कैम का स्वाद’: कैसे चलती रही फ्री फूड स्कीम?
ताकुया ने कुल 1,095 बार ऑर्डर किया और हर बार कहा – “मुझे खाना मिला ही नहीं।”
ऑर्डर में थे – ईल बेंटो, हैमबर्गर स्टेक, आइसक्रीम… यानी शाही दावत।
बेरोज़गार था, लेकिन स्वाद के शौक किसी करोड़पति से कम नहीं।
बनाए 124 फेक अकाउंट्स, हर बार नया नाम, नया पता, नई SIM।
झूठे दस्तावेज़ लगाए, ऑर्डर के बाद अकाउंट डिलीट कर देता – ताकि कोई पकड़ न पाए।
और ऐसे हुआ ‘फ्री खाना किंग’ का पर्दाफाश…
30 जुलाई को उसने एक बार फिर वही चाल चली – आइसक्रीम और चिकन स्टेक ऑर्डर किया, और फिर मांग लिया ₹9,000 का रिफंड।
लेकिन इस बार कंपनी सतर्क थी। सिस्टम ने झटका महसूस किया, जांच हुई और पूरा स्कैम सामने आ गया।
अब कंपनी कर रही है ID वेरिफिकेशन टाइट, और ट्रांजैक्शन ट्रैकिंग में लगाएगी और भी पेंच।
सोशल मीडिया का कहना – “अक्ल तो है, पर गलत जगह लगाई!”
एक यूज़र ने लिखा –
“इतनी अक्ल पढ़ाई में लगाता तो आज CEO होता, न कि फ्रीखोर!”