रायपुर : बजट सत्र के तीसरे दिन विपक्षी सदस्यों ने प्रदेश में मनरेगा के तहत मजदूरों को भुगतान नहीं मिलने तथा दवा खरीदी में गड़बड़ी का मुद्दे पर पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर का घेरा। दोनों मुद्दों पर मंत्री द्वारा दिए गए जवाब से असंतोष जाहिर करते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
प्रश्रकाल में आज मजदूरों के भुगतान संबंधी प्रश्र भाजपा सदस्य सनम जांगड़े ने उठाया। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र बिलाईगढ़ वर्ष 2014-15 से लेकर वर्ष 2017-18 तक मनरेगा के तहत मजदूरों को भुगतान को लेकर पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर से सवाल किए। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 20 ऐसे ग्राम पंचायत है जहां के मनरेगा मजदूरों को 2016 का भुगतान नहीं हो पाया है। इस मुद्दे पर विपक्षी कांग्रेस सदस्य नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित अमरजीत भगत, सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू, संतराम नेताम, मनोज मंडावी आदि नेताओं ने भी प्रदेशभर में मनरेगा के तहत मजूदरों को भुगतान नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए पंचायत मंत्री को घेरा। पंचायत मंत्री ने आरोप को गलत बताते हुए कहा कि 2016 तक मजदूरों को भुगतान कर दिया गया है। सनम जांगड़े के प्रश्र के जवाब में श्री चंद्राकर ने कहा कि बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र के तीन ग्राम पंचायत जहां अगर भुगतान नहीं हुआ है वहां वे कार्रवाई कराएंगे। इधर विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर लगातार पंचायत मंत्री का घेराव करते रहे तथा इस मुद्दे पर मंत्री का जवाब को असंतोषजनक बताते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया।
इसी प्रकार दवा खरीदी में गड़बड़ी का मुद्दा कांग्रेस सदस्य संतराम नेताम ने उठाया। श्री नेताम द्वारा उठाए इस मुद्दे पर भी कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने भी स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर को घेरा। कांगे्रस सदस्यों ने आरोप लगाया कि प्रदेश के जिला चिकित्सालयों में बिना निविदा निकाले दवाईयां एवं उपकरण की खरीदी कर गड़बड़ी की जा रही है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नियम-प्रक्रिया के तहत ही जिला अस्पतालों में दवाईया एवं उपकरण की खरीदी की जा रही है। मंत्री के जवाब से असंतोष होकर कांग्रेस सदस्यों ने इस मुद्दे पर भी सदन से बहिर्गमन किया।
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