ट्रांसफ़र नीति 2022 का खुलेआम उल्लघंन? चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं शिक्षा विभाग में थोक के भाव में ट्रांसफर

रायपुर: छ्तीसगढ में इन दिनों स्थानॉतरण को लेकर मंत्रालय में काफ़ी भीड़ देखी जा रही है. शासन के आदेश अनुसार 30 सितम्बर तक सभी विभागों के स्थानॉतरण पूर्ण करने के निर्देश विभागों के दिए गए थे, मगर 30 सितम्बर के डेट से आज तक आदेश पर आदेश निकलते जा रहे हैं, वहीं चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं शिक्षा विभाग में थोक के भाव ट्रांसफर कर दिए गए हैं.
बताया जा रहा है कि बैकडेट से अभी तबादला आदेश निकाले जा रहे हैं. जिन स्थानों पर पद रिक्त नहीं हैं, वहॉ भी ट्रांसफ़र कर दिए गए हैं . वहीं स्वयं के व्यय से अंधिकाश लोगों के ट्रांसफ़र कर दिए जाने से मंत्रालय में लोगों की भीड़ लगी है. मंत्रालय के सामान्य प्रशासन विभाग के कक्ष क्रमांक 6 संशोधन के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं और इसके लिए एक तीन सदस्यीय समिति बना दी गई है, जिसकी बैठक पिछले साल चार महीने तक नहीं हुई थी.
ऐसे में अधिकांश कर्मचारी क्षुब्ध होकर हाईकोर्ट के शरण ले रहे हैं..तबादला हुए कर्मचारी इस तरह हुए तबादला से परेशान हैं. वहीं आदेश में उन्हें 15 दिन के भीतर ज्वाइन करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. ट्रांसफ़र में स्थानांतरण नीति 2022 का पालन ना करते हुए. महिला कर्मी सहित कई कर्मचारियों को एक साल के भीतर ही दूसरे जगहों पर स्थानांतरित कर दिया गया.
कम समय में हुए ये सारे तबादले प्रशासनिक तौर पर किये गए हैं .. वहीं स्वयं के व्यय पर हुए तबादलों की संख्या भी बहुत ज़्यादा है. जिस तरह से ये तबादले किये जा रहे हैं, उससे ये जरूर कहा जा सकता है कि ये ट्रांसफ़र नीति 2022 के अनुरूप नहीं है । इन तबादलों में नीति का पालन नहीं किया गया है..तो कुछ विभागाध्यक्ष स्थानांतरित हुए कर्मचारियों को एकतरफ़ा रिलीव भी कर दे रहे हैं । इससे कर्मचारियों में रोष बना हुआ है.