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ऐसा क्या हुआ कि संजय दत्त अपनी मां को याद करते हुए 3 साल बाद रोये.

एक ऐसे एक्टर जिन पर काई संगीन अरोप लगे, वो अपनी मां की मौत के 3 साल बाद रोये उससे पहले वो नशे में ऐसे धुत थे कि उन्हें होश ही नहीं था | ये एक्टर हैं संजय दत्त. जिन्हे आपने काफी बोल्ड अंदाज में ही फिल्मी पर्दे पर देखा होगा। ये वो एक्टर है जिन पर काई संगीन अरोप लगे हुए है। इनकी कोई ऐसी सीक्रेट बात है जो आप  सभी को इनकी बायोपिक फिल्म संजू में दिखाया गया है। ये सुनकर आप हैरान हो जाएंगे कि ये एक्टर अपनी मां की मौत के दिन एक आसु नई बाहाये पर मौत के तीन साल बाद लगातार चार दिन तक ऐसे फुट- फुट के रोए कि उनको देखने वाला भी रो पढ़ता था।

इनकी निजी जिंदगी बहुत ज्यादा उथल-पुथल से भरी रही। इनकी फिल्मों ने इनको  स्टारडर्म और  लाखो फैंस तो दिया पर साथ ही इस एक्टर को नशे ने ऐसा घेरा की वो जेल की सजा तक काटे. और फिर इनकी जेल से वापसी ने इनकी जिंदगी को फिल्मी ड्रामा बना दिया।

तभी इनकी जिंदगी पर कहानी बन गई जिसका नाम था संजू। इनकी एक किताब भी आई थी जिसमें बहुत सारी ऐसे सचाई दिखाई गई थी जो किसी को मालूम नहीं थी। इसी किताब में संजय दत्त की मां के निधन के 3 साल बाद रोने की बात लिखी गई है। इस किताब में कहा गया है 3 साल बाद एक टेप में मां की आवाज सुनने के बाद वो फ़ुट फ़ुट के रोए जब तक उनके आसु नहीं सूखे वो चार दिन तक रोते रहे।  जबकी  मौत के समय उनके आखों मे एक आसू तक नहीं थे।

क्योंकी वो उस समय नशे की हालत में थे, और उनको खुद का भी कोई होश नहीं  होता था। तब संजय दत्त के पिता सुनील दत्त भी अपना होश खो बैठे थे और वो भी नशे में साल भर डूबे रहे।  पर नरगिस की मौत के एक साल बाद उनको अहसास हुआ कि ऐसी जिंदगी नहीं चलेगी वो सोचे कि अब मुझे अपने बेटे को ड्रग के नशे से निकालना है कैसे भी।  वो संजय को इलाज के लिए कई जगह पर ले गए भारत से जर्मनी तक वो उन्हें इलाज के लिए ले गए। पर कुछ असर भी नहीं हुआ. वो नशे में ही रहते थे. डॉक्टरों ने भी सोचा था कि आखिर संजय को  सब से कैसे बाहर निकाला जाए।

जब पूरी तरह सुनील दत्त हार गए तब सुनील ने संजय दत्त को ऐसा दवा दिया  जो सच में कारगर हुआ ये कि जब नरगिस बीमार रहती थी टीबी सुनील उनसे बात करते थे, उनकी आवाज रिकॉर्ड किया करते थे। सुनील से बात करते हुए नरगिस संजय दत्त को एक अच्छा इंसान कैसे बना सकती है वो बतायी करती  थी। सुनील ने यहीं सारी रिकॉर्डिंग संजय दत्त को भेजी। और जेबी संजय ने अपनी मां की आवाज सुनी वो रोने लगें और फिर बहुत रोये।  तभी संजय ने फैसला किया कि अब वह  एक अच्छा इंसान बनने की पूरी कोशिश करेंगा। ड्रग्स नशा सब कुछ छोड़ देंगे।

रिकॉर्डिंग सुनकर  संजय को ऐसा लगा कि उनकी मर चुकी मां उन्हें ठीक करने के लिए वापस आ गई है। इनकी मां नरगिस की मौत संजय दत्त की जब पहली फिल्म रॉकी आने वाली थीतब उनकी मौत  हो गई थी। उनकी मां ने उनकी फिल्म बनाने से पहले ही दम तोड़ दिया था। ये घाटना उनकी जिंदगी को बदलने के लिए बहुत जरूरी था और मददगार साबित हुई अब संजय अपनी जिंदगी को गंभीरता से जीना चाहते थे। अब वो नशे के बिना रहने लगें और ये नशे भरी जिंदगी से बाहर आ गए और सामान्य जिंदगी जीना शुरू कर दिया। आपको बता दें कि संजय दत्त ने बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्में दी हैं और आज भी वो अपनी एक्टिंग से सभी को बहुत ज्यादा इंप्रेस करते हैं।

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