बलरामपुर में युवाओं को मिल रहा है तकनीकी प्रशिक्षण, आवास निर्माण को मिल रही रफ्तार

रायपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) को समय पर और बेहतरीन गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए बलरामपुर जिला प्रशासन ने एक अनोखी और सराहनीय पहल की है। कलेक्टर बलरामपुर-रामानुजगंज के निर्देशन में जिले में न केवल आवास निर्माण को गति देने की रणनीति अपनाई गई है, बल्कि साथ ही ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी मजबूत कदम उठाए गए हैं।
अब गांव के युवा सिर्फ मजदूर नहीं, कुशल राजमिस्त्री बनेंगे — और वो भी अपने ही जिले में प्रशिक्षण लेकर। ग्रामीण स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के माध्यम से जिले के वाड्रफनगर, रामचंद्रपुर, बलरामपुर, राजपुर और शंकरगढ़ जनपदों में कुल 5 प्रशिक्षण बैच प्रारंभ किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक बैच में 35 युवा शामिल किए गए। इस तरह अब तक 175 युवाओं को 30 दिवसीय मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
प्रशिक्षण में सिर्फ ईंट-गारा जोड़ना नहीं, बल्कि ले-आउट प्लानिंग से लेकर नींव, छत तक की पूरी तकनीकी जानकारी, सामग्री के अनुपात, गुणवत्ता निर्धारण, सुरक्षा मानक और फील्ड प्रैक्टिकल भी सिखाया गया है।
इस नवाचार से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत घरों के निर्माण को नई रफ्तार मिली है। साथ ही स्थानीय स्तर पर कुशल श्रमिकों की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो रही है। यह पहल ना केवल योजना की सफलता में सहायक बनी है, बल्कि ग्रामीण युवाओं के लिए स्थायी स्वरोजगार का नया रास्ता भी खोल रही है।
विशेष बात यह है कि प्रशिक्षण के लिए महिला स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं या उनके परिजनों, मनरेगा में 100 दिन कार्य कर चुके श्रमिकों और अन्य इच्छुक युवाओं को प्राथमिकता दी गई है। जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि, “हमारा उद्देश्य सिर्फ योजना पूरी करना नहीं, बल्कि ग्रामीण युवाओं को उनके गांव में ही रोजगार और सम्मान देना भी है।”
जिला प्रशासन ने सभी ग्रामीण युवाओं से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं, नया हुनर सीखें और जिले के विकास में भागीदार बनें। इच्छुक उम्मीदवार अपने ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, अथवा सीधे ग्रामीण स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान, बलरामपुर से संपर्क कर सकते हैं।