रायपुर : माता देवालयों में अष्टमी-नवमीं मनाई जा रही धूम-धाम से

रायपुर : 9 दिवसीय नवरात्र में सप्तमी-अष्टमी तिथि शनिवार-रविवार होने के कारण इस बार सिध्दपीठ महामाया मंदिर पुरानी बस्ती, दंतेश्वरी मंदिर कुशालपुर, शीतला मंदिर आमापारा पुरानी बस्ती, काली मंदिर आकाशवाणी रायपुर, कंकाली मंदिर कंकालीपारा, बंजारी मंदिर, मरही माता मंदिर, गायत्री मंदिर समता कालोनी रायपुर सहित शहर के अधिकांश मंदिरों में अष्टमी तिथि सुबह 8 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होने को लेकर सुबह 6 बजे से 9 बजे के मध्य अष्टमी हवन संपन्न हुआ। महामाया मंदिर के पुजारी मनोज शुक्ला एवं दंतेश्वरी मंदिर के पुजारी आशुतोष झा ने बताया कि अष्टमी-नवमीं रविवार को ही मनाई जा रही है। सोमवार को सुबह दशमीं तिथि लगने के कारण राम जन्म उत्सव दूधाधारी मठ, रामचन्द्र दास जैतूसाव मठ पुरानी बस्ती, श्रीराम मंदिर कोटा, श्रीराम मंदिर गुढिय़ारी, हनुमान मंदिर स्टेशन रायपुर सहित अनेक मंदिरों में दोपहर 12 बजे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म मनाये जाने की तैयारियां भक्तों द्वारा धूम-धाम से की जा रही है। रामजन्म 12 बजे होने के उपरांत ही उपस्थित भक्तों को भण्डारा का प्रसाद वितरण उपरोक्त मंदिरों में किया जायेगा। आर्शीवाद भवन के सामने स्थित भगवान श्री राम मंदिर से शाम 4 बजे शोभायात्रा निकाले जाने की जानकारी मिली है।
जंवारा विर्सजन दोपहर बाद से, कन्या भोज का आयोजन मंदिरों एवं घरों में जारी
9 दिवसीय नवरात्र के शुभअवसर पर विभिन्न माता देवालयों में जंवारा बोने की परंपरा का निर्वहन इस नवरात्र में भी किया गया है। ज्योति कलश के साथ जंवारा विर्सजन दोपहर 3 बजे के बाद से किया जायेगा। जंवारा यात्रा में अनेक भक्तों व्दारा सांगा भाले का प्रदर्शन करते हुए माता की जय बोलते हुए लेटे हुए भक्तों को जंवारा एवं ज्योति कलश विर्सजित करने के लिए निकलने वाली महिलाओं द्वारा उनकी पीठ पर से होकर विभिन्न तालाबों में जंवारा विर्सजित होगा। नवरात्रि के अवसर पर वैसे तो पूरे 9 दिन स्वयंसेवी संस्थाओं ने भंडारे का आयोजन किया। अष्टमी-नवमीं तिथि का शास्त्रों में विशेष महत्व होने के कारण कन्या भोज का आयोजन घरों एवं मंदिरों में जारी है। कन्या भोज के साथ ही उपवासी महिलाओं व्दारा चरण पूजन कर मस्तक में माता की चुनरी बांधकर उन्हें भेंट इत्यादि देकर श्रध्दा के साथ नमन किया जा रहा है। नवरात्रि के अवसर पर हमारे 27 जिलों के संवाददाताओं से मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न जिला मुख्यालयों तहसील मुख्यालयों एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्थित माता के मंदिरों मेें भक्तों की कतार सुबह से ही दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे है। शाम एवं रात को विभिन्न मंदिरों में भजन कीर्तन का आयोजन किये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। वहीं शाम 4 बजे से भगवान श्रीराम की शोभायात्रा भक्तों व्दारा निकाले जाने की जानकारी भी हमारे संवाददाताओं ने दी है।