
दंतेवाड़ा : दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत लौह नगरी किरन्दुल जानेे के मार्ग में पडऩे वाली नेरली घाट में नक्सलियों द्वारा पिछले 10 वर्ष से अधिक समय से करीब 40 वाहनों को अपना निशाना बना कर फूंका जा चुका है और यह घाट नक्सलियों के लिए बड़े ही सुगम पथ का निशाना रहता है। इन वाहनों पर नक्सलियों द्वारा तोड़-फोड़ की कार्यवाही सहित पत्थर फेंकने की भी घटनाएं की जाती है। यह क्षेत्र घने जगलों और पहाडिय़ों से घिरा हुआ है।
करीब 40 वाहनों को अपना निशाना बना कर फूंका
घाटी होने से सुरक्षा बलों को भी इस स्थान पर सुरक्षा करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसके अलावा वार कर नक्सलियों को पास के जगलों में जाकर फरार होने की कार्यवाही भी आसान होती है। इस क्षेत्र में सुरक्षा के लिए और उपाय किए जाने चाहिए, जिससे नक्सलियों को इस क्षेत्र में अपनी कोई आतंकी हरकत करने में कठिनाई हो, यह समय की आवश्यकता है।
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इस समय बस्तर में नक्सलियों द्वारा विकास कार्यों में लगी वाहनों और लोगों को राहत पहुंचाने वाली बसों तथा अन्य वाहनों को लगातार निशाना बना कर बर्बाद किया जा रहा है। ऐसा करने के पीछे नक्सलियों का एक ही मात्र उद्देश्य है विकास को रोकना और क्षेत्र में दहशत फैला कर अपने लिए सुरक्षित क्षेत्र बनाना।
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नक्सलियों के किये जा रहे इस कार्य को अब क्षेत्र में रहने वाले आम ग्रामीण समझ रहे हैं और विशेष रूप से क्षेत्र के ग्रामीण युवा इसे आसानी से स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और उनके हृदय में उनके प्रति नफरत की भावना बढ़ रही है।
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