अरे भैया, घाघरा चोली, सड़ियां और सलवार-कमीज पहनो ना, वेस्टर्न फैशन पर आशा पारेख ने जाताई नाराजगी

बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख ने वेस्टर्न फैशन पर नाराजगी जाहिर की हैं। और भारतीय पोशाक को बढ़ावा देने की बात कही है। आज कल लोग फिल्मों को देखकर फैशन के नाम पर कुछ भी पहन ले रहे है, जिसपर कई अभिनेत्रीयों ने भी नाराजगी जताई है।
एक इंटरव्यू में आशा पारेख ने कहा कि,’महिलाओं ने स्पेशल मौकों पर पारंपरिक पोशाक पहनना बंद कर दिया है।’उन्होंने आगे कहा कि, ‘सब कुछ बदल गया है, जो फिल्में बन रही हैं। गाउन पहनने के वेडिंग पे आ रही हैं लड़कियां। अरे भैया, हमारी घाघरा चोली, सड़ियां और सलवार-कमीज है आप वो पहनो ना। तुम उन्हें क्यों नहीं पहनते?
आशा पारेख ने आगे कहा कि, ‘वो सिर्फ पर्दे पर अभिनेत्रियों को देखते हैं और उनकी नकल करना चाहते हैं। स्क्रीन पे देख के वो जो कपड़े पहनते हैं, उस तरह के कपड़े हम भी पहनेंगे। मोटे हो, या जो, हम वही लेंगे। ये वेस्टर्न हो रहा है मुझे दुख होता है।’ बता दे कि,यह पहली बार नहीं हैं जब आशा पारेख ने वेस्टर्न फैशन पर आवाज उठाई हो। इससे पहले भी वह ऐसा बयान दे चुकी हैं। आशा पारेख ने फिल्म इंडस्ट्री में एक लंबा सफर तय किया है। इस दौरान उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में की हैं। उनकी हिट फिल्मों में ‘कटी पतंग’, ‘आन मिलो सजना’, ‘घराना’, ‘तीसरी मंजिल’ जैसे कई फिल्में शामिल है। वहीं हाल ही में आशा पारेख को दिल्ली में 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘दादासाहब फाल्के पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर छा गई थी।