रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में नशा मुक्ति अभियान की शुरूआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शराबबंदी नहीं करने की बड़ी वजह गिनाई। उन्होंने कहा, सीएम होने के नाते हम आज ही सभी शराब दुकानें बंद करा सकते हैं लेकिन क्या ये समस्या का समाधान होगा? लॉकडाउन होने के बाद भी लोग नशा का जुगाड़ कर लेते थे। शराब बाहर से आने लगी थी। कुछ नहीं मिला तो कुछ लोगों ने सैनिटाइजर पीकर जान गंवा दी। बिलासपुर में होम्योपैथी लिक्विड पीकर मौत हुई। इसके बाद मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मैं शराबबंदी की घोषणा कर दूं। कहा- मैं ऐसी कोई योजना लागू नहीं करना चाहता, जिससे लोगों की जान चली जाए मिलकर सामाजिक बुराई को खत्म करेंगे सीएम ने यह भी कहा यदि कोई व्यक्ति नशा करता है तो ऐसे संस्थानों को सामने आना चाहिए, जिनसे जुड़कर नशेड़ी का जीवन सुधर जाएगा और उसे अपनी जान नहीं गंवानी पड़ेगी। हम सभी को इस सामाजिक बुराई को मिलकर खत्म करना चाहिए। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी के अभियान को सरकार पूरा सहयोग देगी। उन्होंने कहा, नशाबंदी की बात की जाए तो महिलाएं इसके लिए तत्काल तैयार हो जाती हैं, लेकिन इसके बाद जब मैं गुड़ाखू पर बैन लगाने की बात कहता हूं तो एक महिला हाथ नहीं उठाती।
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