ऐसे व्यापारियों के लिए राहतभरी खबर आयी है जिनका वैट से जुड़ा मामला पिछले साढ़े छह वर्षों से लंबित है और उस पर लाखों का टैक्स लग गया है. इन व्यापारियों को जुर्माने में सौ प्रतिशत की माफी है, टैक्स व ब्याज में भी छूट है। ऐसे प्रदेश में करीब 10 हजार से ज्यादा मामले लंबित हैं। इस माफी योजना से ये व्यापारी 31 जनवरी तक छत्तीसगढ़ बकाया कर, ब्याज एवं शास्ति के निपटान अधिनियम का फायदा उठा सकते हैं।
इस स्कीम में वे ही कारोबारी फायदा उठा सकते हैं जिनका असेसमेंट हो चुका है और उनका मामला अपील के किसी स्तर पर लंबित है। इस योजना का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें शर्त यह है कि अपील को बिना शर्त वासस ले लिया जाए और वापसी का स्पष्ट आदेश आवेदन के साथ संलग्न किया जाए। कर विशेषज्ञों की माने तो इस योजना के अनुसार कोई भी मांग चाहे वह कर या ब्याज या जुर्माने का हो, निपटान में जा सकता है।
अगर आपका बकाया 50 लाख से ज्यादा है तो कर का 60 प्रतिशत, ब्याज का 10 प्रतिशत देना होगा। जुर्माना 100 प्रतिशत माफ होगा। इस प्रकार सीधे कर का 40 प्रतिशत, ब्याज का 90 प्रतिशत माफ है।