रायपुर : कांग्रेस सरकार को उनके वादों को समय सीमा में पूरा कराने में हम पूरा सहयोग करेंगे-जोगी

रायपुर : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी ने आज कहा कि हमें एहसास है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को मुख्य रूप से ऋण माफी के वादे पर वोट दिया गया है और उनके नेता ने ऐसा करने के लिए 10 दिनों का समय तय किया है। उन्होंने पूरे राज्य में शराब बंदी लागू करने और सभी सरकारी नौकरियों के नियमितिकरण का वादा भी किया है। उन्होंने कहा कि राज्य की पहली और एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय विपक्षी दल के रूप में उनकी पार्टी भी कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश की जनता से किये गये वादों को समय सीमा के भीतर पूरा कराने में हर संभव सहयोग करेगी।
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श्री जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा एक क्षेत्रीय पार्टी को मान्यता मिली है। हमारे गठबंधन ने 7 सीटें जीतीं, अकलतरा, चंदरपुर और तखतपुर जैसी 7 अन्य सीटों में बहुत कम अंतर से दूसरे स्थान पर रही और 15 सीटों में हमारे उम्मीदवारों को 30 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिला। कम से कम 11 में से 2 लोकसभा सीटों में जांजगीर और बिलासपुर हमारे पास दोनों राष्ट्रीय दलों की तुलना में अधिक वोट शेयर है। कुल मिलाकर, अब हमें राज्य के लगभग 14 प्रतिशत मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के लिए यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। क्योंकि हमने चुनाव से 2 साल से भी कम समय पहले पार्टी बनाई और जिसे केवल दो महीने पहले चुनाव चिन्ह मिला था।
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियों जिनके पास हजारों करोड़ों रुपए का फंड है, जिसकी तुलना में उनकी पार्टी के पास खुद के कोई संसाधन भी नहीं थे। हमने इस चुनाव में राष्ट्रीय दलों की तुलना में मात्र 1 प्रतिशत से भी कम खर्च किया। इन सबके बावजूद अगर सत्तारूढ़ बीजेपी केवल 15 सीटें लेकर पूरी तरह ध्वस्त नहीं हो जाती, और छत्तीसगढ़ में भी अन्य दो राज्यों एमपी और राजस्थान की तरह सम्माजनक स्थिति में रहती, तो हमारे गठबंधन ने निश्चित रूप से सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होती। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि छत्तीसगढ़ की 80 प्रतिशत सीटों में मुकाबला त्रिकोणी नहीं रहा।
यह सत्ता और जनता के बीच सीधी प्रतियोगिता थी और चूंकि राज्य के लोगों ने इसके पहले कभी भी तीसरे विकल्प को नहीं देखा था, इसलिए उन्होंने कांग्रेस को भाजपा का एकमात्र व्यवहारिक विकल्प के रूप में देखकर उसे वोट दिया। यहां तक कि बीजेपी के मूल मतदाता भी कांग्रेस को बड़े पैमाने में स्थानांतरित हो गए जिसके चलते कांग्रेस के अधिकांश उम्मीदवारों ने 35,000 + वोटों से अधिक मार्जिन से जीत हासिल की।
श्री जोगी ने कहा कि ज्यादातर मतदाता कांग्रेस के साथ जोगी की पहचान करते हैं क्योंकि हमारी पार्टी का नाम ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे’ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शब्द से भी हमें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। इसलिए सर्वप्रथम हम अपनी पार्टी की अलग पहचान स्थापित करने के लिए कांग्रेस शब्द को हटाने के लिए जल्द ही कार्यकारिणी की बैठक बुलाएंगे।
श्री जोगी ने राज्य सरकार पर आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग की अवहेलना किये जाने का आरोप लगाया है। जोगी ने कहा कि सामूहिक नेतृत्व दर्शाने के लिए कई दिनों की मशकत्त के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ दो अन्य मंत्रियों टी.एस. सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू का मंत्री के रूप में शपथ लेना स्वागतयोग्य है लेकिन जिस आदिवासी समाज ने अनुसूचित जनजाति की आरक्षित 25 सीटों पर कांग्रेस के विधायकों को जिता कर भेजा और अनुसूचित जाति जिसने अपनी आरक्षित 6 सीटों पर कांग्रेस को जिताया, क्या इन समाज के किसी विधायक को भी मुख्यमंत्री के शपथग्रहण के दिन इन वर्गों मंत्रियों के साथ मंत्रिपद की शपथ नहीं दिलवाई जानी थी?
साथ ही अति पिछड़ा वर्ग- पहली बार कोई विधायक निषाद समाज से निर्वाचित हुआ है, यादव और मरार भी हैं को भी कोई प्रतिनिधतिव नहीं दिया गया है। जोगी ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह समेत राष्ट्रीय राजनीती के अनेकों दिग्गजों की मौजूदगी में अनुसूचित जाति, आदिवासी और अति पिछड़ा वर्ग के विधायक को मंत्री के रूप में शपथ लेते हुए ये समाज गौरवान्वित होते। ऐसा न करके कांग्रेस पार्टी ने यह दिखा दिया है कि उनकी नजरों में इन समाजों को दोहरा-दर्जे के नागरिक है- जिनका तीन-सदसीय सामूहिक नेतृत्व में कोई स्थान नहीं है।