
रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले छत्तीसगढ़ के कारोबारी दिनेश मिरानिया का अंतिम संस्कार रायपुर में किया गया। अंतिम विदाई के वक्त उनका बेटा शौर्य मुखाग्नि देने के लिए आगे आया। दिनेश मिरानिया की अंतिम यात्रा में राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह सहित कई बड़े नेता शामिल हुए।
पूरा शहर इस दुखद घटना से स्तब्ध और आक्रोशित है। लोगों ने पाकिस्तान के झंडों को सड़कों पर चिपका दिया है, आतंकियों की तस्वीरों पर गुस्सा उतारा जा रहा है। लोग इन तस्वीरों पर थूक रहे हैं, अपशब्द कह रहे हैं और अपना रोष प्रकट कर रहे हैं।
अंतिम यात्रा शुरू होने से पहले दिनेश की पत्नी नेहा बेहोश हो गईं। परिवार वालों ने
उन्हें संभाला और घर के अंदर ले गए।
बुधवार रात दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर दिल्ली से फ्लाइट द्वारा रायपुर लाया गया। एयरपोर्ट पर परिजनों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आंखों में भी आंसू थे।
एयरपोर्ट से जब शव को घर लाया गया, तब डिप्टी सीएम अरुण साव, मंत्री ओपी चौधरी, टंकाराम वर्मा सहित कई जनप्रतिनिधियों ने शव को कंधा दिया। घर के बाहर और अंदर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि जिस दिन दिनेश मिरानिया की हत्या हुई, वह उनकी शादी की सालगिरह थी। वे बैसरन घाटी में पत्नी नेहा, बेटे शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ छुट्टियां मना रहे थे। तभी आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी और दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई।
इस हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह खुद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार का नुकसान नहीं, बल्कि पूरे देश का दर्द है। मासूमों की हत्या करने वाले आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।
समता कॉलोनी से मारवाड़ी श्मशान घाट तक निकली अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। हर चेहरा ग़म और गुस्से से भरा हुआ था।