छत्तीसगढ़

डॉन बनने निकले थे, अब सलाखों के पीछे हैं – रायपुर पुलिस ने दिखाया बदमाशों को उनका असली चेहरा

रायपुर । राजधानी में खुद को ‘डॉन’ समझने वाले कुछ युवकों को पुलिस ने ऐसा सबक सिखाया कि अब वह न सिर्फ कानून की ताकत पहचान गए हैं, बल्कि उनका गुरूर भी चकनाचूर हो गया है। शहर में आतंक मचाने की कोशिश कर रहे इन नकली माफियाओं का पुलिस ने जुलूस निकाला, जिसमें सिर मुंडवाए, लड़खड़ाते कदमों और झुकी नजरों वाले ये बदमाश अपनी ‘गुंडागर्दी’ की कीमत चुकाते दिखाई दिए।

हर तरफ पुलिस की मौजूदगी, लाठी लिए क्राइम ब्रांच के जवान और बीच सड़क पर शर्मिंदगी से सिर झुकाए ये आरोपी— यह दृश्य रायपुरवासियों के लिए एक सख्त संदेश था: कानून से बड़ा कोई डॉन नहीं होता।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर किया था हमला

पूरा मामला शनिवार रात का है, जब नशे के लिए पैसे मांगने पर मना करने पर आरोपियों ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर पंकज कुमार सिंह के घर पर हमला बोल दिया। पथराव कर घर में घुसे, और बेरहमी से मारपीट कर उसे बाहर घसीट लाए। ये सब कुछ रिकॉर्ड हुआ और सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया।

डराने की कोशिश में खुद फंस गए

वीडियो वायरल होने के बाद, आरोपी खुद को ‘अमन डॉन गैंग’ बताकर सोशल मीडिया पर धमकियाँ देने लगे। लेकिन पुलिस ने समय रहते एक्शन लिया और 2 नाबालिगों समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अब ये सभी कोर्ट के आदेश पर जेल में हैं।

गिरफ्तार आरोपी हैं:
अमन बंजारे, मुजगहन
राघव पटेल, कांकेर
साजन बंजारे, तेलीबांधा
अनिल कुमार, कांकेर
प्रियांशु चंद्र, कोरबा
2 नाबालिग इन पर हाफ मर्डर सहित कुल 6 धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

पुलिस का सख्त संदेश

रायपुर पुलिस ने साफ कर दिया है कि शहर में माफिया संस्कृति को पनपने नहीं दिया जाएगा। गुंडागर्दी का अंजाम अब सिर्फ जेल की सलाखें होंगी — और जनता की नजरों में शर्मिंदगी।

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