Uncategorized

भारत-पाक संघर्ष में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को अमेरिकी एक्सपर्ट ने ही दिखाया आईना

नई दिल्ली – भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए चार दिवसीय हवाई संघर्ष को लेकर अमेरिकी डिफेंस एक्सपर्ट जॉन स्पेंसर ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टिंग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट को साझा करते हुए कहा कि विदेशी मीडिया सिर्फ भारत के एक राफेल विमान के गिराए जाने पर फोकस कर रही है, जबकि भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के 11 एयरबेस, रडार, एयर डिफेंस सिस्टम और सर्विलांस एयरक्राफ्ट को ध्वस्त किए जाने की बड़ी कार्रवाई को नजरअंदाज किया गया है।

जॉन स्पेंसर ने लिखा, “भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले संघर्ष का सबसे बड़ा सबक यह है कि कैसे एक घटना को प्रमुख बनाकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने एकतरफा नैरेटिव गढ़ने की कोशिश की। जबकि असल में भारत ने पाकिस्तान के हवाई ढांचे पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर लिया था।”

जंग के पहले ही दिन भारत का बड़ा हमला

Screenshot 2025 08 04 9

स्पेंसर ने बताया कि संघर्ष की शुरुआत में ही 7 मई की रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकी लॉन्च पैड्स और प्रशिक्षण शिविरों को सटीक निशाना बनाकर खत्म कर दिया। इसके बाद 9 और 10 मई को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 12 से अधिक रणनीतिक ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 11 एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम और निगरानी एयरक्राफ्ट शामिल थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने केवल 23 मिनट की कार्रवाई में पाकिस्तान की 75 प्रतिशत हवाई रक्षा और निगरानी क्षमता को निष्क्रिय कर दिया था। इससे पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा प्रणाली लगभग पूरी तरह से अपंग हो गई और भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया।

राफेल गिराने की खबर बनी ‘मुख्य कहानी’

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के J-10C लड़ाकू विमान ने भारत के एक राफेल को गिराया, जिसकी भारतीय पक्ष ने भी पुष्टि की है। यह हमला चीनी पीएल-15 मिसाइल से किया गया, जिसकी रेंज भारत के आकलन से कहीं ज्यादा थी। भारत को जहां इसकी रेंज 145 किलोमीटर लग रही थी, वहीं पाकिस्तानी वायुसेना ने 200 किलोमीटर से ज्यादा दूरी से राफेल को निशाना बनाया।

जॉन स्पेंसर ने इस रिपोर्टिंग की आलोचना करते हुए कहा कि एक विमान के गिराए जाने की खबर को मुख्य कहानी बनाकर संघर्ष की असली तस्वीर को छिपाने की कोशिश की गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब भारत ने पाकिस्तान के अधिकांश एयरबेस को निष्क्रिय कर दिया, तब उस पर कहीं चर्चा क्यों नहीं हो रही है।

भारत की वायुसेना ने इस संघर्ष में रणनीतिक बढ़त हासिल करते हुए पाकिस्तान की हवाई ताकत को निर्णायक रूप से कमजोर किया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया का फोकस सिर्फ एक भारतीय विमान के गिरने पर रहा। जॉन स्पेंसर की टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि भारत को न सिर्फ युद्ध के मैदान में बल्कि नैरेटिव के मोर्चे पर भी लड़ाई लड़नी पड़ रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button