रिश्वत के लिए पैसों का इंतजाम नहीं हुआ तो कर ली आत्महत्या

ओडिशा के खुर्दा जिले में संदेह है कि एक व्यक्ति ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि वह रिश्वत के लिए पैसों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था। ये रिश्वत उसे सराकार की ग्रामीण आवासीय योजना के तहत घर पाने के लिए देनी थी।
मृतक लक्ष्मीधर बेहेरा ने कथित तौर पर आत्महत्या करने से पहले एक वीडिया बनाई थी, जो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बेहेरा का शव बुधवार को एक नहर से बरामद किया गया है। जिसके बाद उसके परिवार और रिश्तेदारों का दावा है कि उसने आत्महत्या की है।
वीडियो में बेहेरा सरकारी अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा रहा है कि उन्होंने उससे 15-20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत ग्रामीण आवासीय योजना के तहत पक्का घर देने के लिए मांगी गई।
उसने कहा, “मैं सबके पास गया लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी। अधिकारियों ने मुझसे कहा कि 15-20 हजार रुपये दो। मैं कहां से पैसों का इंतजाम करूं? मैं मजदूरी करता हूं।” बेहेरा के परिवार का कहना है कि उसकी उम्र 30 साल के करीब थी और वह पहले से ही 1.5 लाख रुपये से ऋण से जूझ रहा था।
जिला कलेक्टर निर्मल मिश्रा का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी ताकि ये पता चल सके कि किसने रिश्वत मांगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि किसी भी सरकारी अधिकारी ने मृतक से रिश्वत नहीं मांगी। लेकिन एक विस्तृत जांच की जाएगी। विपक्ष सरकार पर हमला करते हुए बोल रहा है कि नवीन पटनायक की सरकार ने भ्रष्टाचार के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान मृतक के परिवार से मिलने गए और कहा, “यह आत्महत्या नहीं, सरकार द्वारा प्रायोजित हत्या है।” उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे राज्य सरकार की असफलता का पता चलता है।
राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा, “नवीन पटनायक सरकार ने विकास के नाम पर एक के बाद एक योजना की घोषणा की लेकिन अब यह शीशे की तरह साफ हो गया है कि योजनाएं केवल भ्रष्टाचार के लिए थीं।”