रायगढ़

नरवा संवर्धन से बढ़ा भूमि का जलस्तर, किसानों की बढ़ी उपज

रायगढ़। जिले में सुराजी गांव योजना अंतर्गत नरवा संवर्धन का कार्य किया निरंतर किया जा रहा है। जिससे अंतर्गत भूमि जलस्तर सुधार एवं नरवा संवर्धन के माध्यम से पानी बहाव कम करके आसपास के भूमि में नमी में वृद्धि एवं भूमि जलस्तर में वृद्धि का कार्य किया जाता है। जिसके तहत ग्राम कुशवाबहरी में गेबियन स्ट्रक्चर, लूज बोल्डर, डाईक, अर्दन गली प्लग, कुआं, तालाब गहरीकरण, वृक्षारोपण आदि कार्य किया गया है। स्वीकृत वर्ष 2019-20 में नरवा संवर्धन अंतर्गत 1.8 किलोमीटर का कार्य किया गया। जिससे भूमि की सिंचित क्षेत्र में 14 एकड़ का विस्तार हुआ। इससे ग्राम के 13 किसानों को लाभ मिला है। लाभान्वित किसानों ने इसका प्रभाव को देखते हुए नरवा विकास से संबंधित कार्यों को विस्तार करने की मांग की है।


कुशवाबहरी में सुराजी गांव योजना अंतर्गत गेबियन स्ट्रक्चर के 02 कार्य, लूज बोल्डर के 03, डाईक के 03, अर्दन गली प्लग के 01, कुंआ के 01, तालाब गहरीकरण के 01 तथा वृक्षारोपण के 05 जैसे कुल 17 स्वीकृत कार्य को पूर्ण किया गया। जिसके लिए 14.886 लाख की स्वीकृत किया गया है, जिसमें 10.231 लाख व्यय किया गया था। इस कार्य से किसानों को खरीफ फसल के लिए काफी सहायक सिद्ध हुआ। इसके अलावा जलस्तर में बढ़ोतरी होने से जो बोर पहले सुख जाते थे, वो वर्तमान में भी चल रहे। जिससे किसान अब रबी की अन्य फसल लेने के लिए भी प्रोत्साहित हो रहे है।

ग्राम कुशवाबहरी निवासी संत राम राठिया कहते है, नरवा संवर्धन से पूर्व धान का फसल सूख जाती है, पानी के लिए समस्या बनी रहती थी। इस बार फसल अच्छी होने के साथ ही भूमि में नमी होने से रबी में उड़द एवं दलहन की फसल लेनेे की योजना है। ग्राम निवासी श्री डोरी लाल राठिया कहते है, नाला के आस-पास की फसल अच्छी हुई है, जिससे उनके साथ अन्य किसानों को भी इसका लाभ मिला है। आगामी दिनों अन्य नरवा विकास के कार्य को विस्तार देना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके। गंगा राम कहते है नरवा संवर्धन के कार्य से आसपास के 20 एकड़ में जो फसल कमजोर होता था वह इस साल बेहतर हुआ है। इसके अलावा नरवा संवर्धन के कार्य से लोगों को रोजगार भी मिला।

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