अमित बघेल की तलाश तेज़ – रायपुर पुलिस ने घोषित किया ₹5,000 का इनाम!

रायपुर। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल की गिरफ्तारी को लेकर रायपुर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने उन पर ₹5,000 का इनाम घोषित किया है और लगातार कई ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, बघेल गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने करीबी परिचितों के घरों में छिपते घूम रहे हैं। पुलिस का दावा है — “बहुत जल्द अमित बघेल हमारी गिरफ्त में होंगे।”
इस बीच, खबर यह भी है कि अमित बघेल अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटा सकते हैं। लेकिन पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी है — अग्रिम जमानत के किसी भी प्रयास को नाकाम करने के लिए हाईकोर्ट में कैविएट दायर की गई है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि कोर्ट किसी भी अंतरिम राहत से पहले पुलिस का पक्ष ज़रूर सुने।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
9 अक्टूबर को रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के शिवेंद्र वर्मा (निवासी सड्डू) और अजय यादव (धरमनगर, टिकरापारा) के घरों पर छापा मारा था। दोनों से पूछताछ भी की गई, जबकि कई टीमें अभी भी राज्यभर में बघेल की तलाश में जुटी हैं।
विवाद की जड़ – मूर्ति तोड़ने और विवादित टिप्पणी
27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने के बाद, अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज और सिंधी समाज के ईष्ट देवता झूलेलाल जी को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी थी। इस बयान ने आग में घी डालने का काम किया — अग्रवाल समाज और सिंधी समाज सड़कों पर उतर आया, प्रदेश से लेकर देशभर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुए।
देशभर में केस दर्ज
अमित बघेल के खिलाफ न सिर्फ रायपुर, बल्कि दुर्ग, धमतरी, इंदौर, ग्वालियर, नोएडा, महाराष्ट्र और प्रयागराज तक में FIR दर्ज की गई है। रायपुर में भी अग्रवाल और सिंधी समाज ने अलग-अलग थानों में शिकायतें दी हैं।




