छात्रों संग आत्मविश्वास भरी बातचीत: जीवन, लक्ष्य और सीख पर मंत्र साझा

रायपुर। पर्यटन मंत्री अग्रवाल ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्पष्ट लक्ष्य और अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण हथियार हैं। उन्होंने बताया कि हर छात्र को अपने भीतर स्वच्छता, संस्कार और अनुशासन का बीज बोना चाहिए, क्योंकि स्पष्ट लक्ष्य ही सही दिशा तय करता है। कठिनाइयाँ सबके जीवन में आती हैं, लेकिन उनमें छिपे अवसर को पहचानना ही वास्तविक सफलता है। उनके अनुसार शिक्षा केवल अंकों तक सीमित नहीं, बल्कि मजबूत व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण का आधार है।
बच्चों के सवाल और मंत्री के जवाब
एक छात्र ने पूछा कि उन्हें राजनीति में आने की प्रेरणा कहाँ से मिली। इस पर मंत्री अग्रवाल ने बताया कि उनके पिता समाजसेवा में हमेशा आगे रहे और बचपन से उन्हें दूसरों की मदद करते देख प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि राजनीति उनके लिए सत्ता नहीं बल्कि सेवा का माध्यम है।
जब एक अन्य छात्र ने छत्तीसगढ़ में पर्यटन की संभावनाओं पर सवाल पूछा, तो उन्होंने बताया कि राज्य में प्राकृतिक सौंदर्य, जलप्रपात, गुफाएँ, पुरातात्विक धरोहर और आदिवासी संस्कृति की अनूठी विरासत है। लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ को देश–दुनिया के पर्यटन मानचित्र में प्रमुख स्थान मिले ताकि नई पीढ़ी को अपने राज्य पर और अधिक गर्व महसूस हो।
शिक्षा, लक्ष्य और आत्मविश्वास पर मार्गदर्शन
मंत्री ने कहा कि पढ़ाई केवल परीक्षा के लिए नहीं, बल्कि जीवन की दिशा बनाने का साधन है। हर विषय को समझकर पढ़ने, सवाल पूछने की आदत विकसित करने और कठिन समय में समाधान खोजने पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को मेहनत, ईमानदारी और अनुशासन को जीवन का मंत्र बनाने की सलाह दी।
स्कूली छात्रों ने मंत्री से बातचीत का अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह मुलाकात उनके लिए प्रेरक साबित हुई। ऑटोग्राफ और फोटोग्राफ लेते हुए बच्चों ने महसूस किया कि पढ़ाई केवल नंबरों के लिए नहीं, बल्कि अच्छा इंसान बनने के लिए भी ज़रूरी है। रयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों और मंत्री के बीच हुआ यह संवाद सकारात्मकता और आत्मविश्वास से भरा रहा, जिसने बच्चों को भविष्य की दिशा तय करने का मूल्यवान अवसर दिया।




