चुनावी चौपाल
लोकसभा चुनाव : इन सीटों पर होगा रोमांचक मुकाबला
नई दिल्ली
- लोकसभा चुनाव की शुरुआत में अब चंद रोज ही बाकी रह गए हैं। 7 चरणों में होने वाले चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने आधे से ज्यादा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
- इसके साथ ही क्षेत्रीय पार्टियां भी अपने अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी हैं।
- राजनीतिक दलों द्वारा अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कई महत्वपूर्ण सीटों पर होने वाले मुकाबले की स्थिति पूरी तरह से साफ हो गई है। हिंदीभाषी इलाकों में कई सीटों पर कांटे की टक्कर फिलहाल नजर आ रही है।
इन सीटों पर दिख सकता है कड़ा मुकाबला
- अमेठी : अमेठी लोकसभा सीट पर एक बार फिर कड़ा मुकाबला होता नजर आ रहा है।
- 6 मई को इस सीट पर मतदान होगा। कांग्रेस की इस परंपरागत सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और भाजपा की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मैदान में है।
- पिछले चुनाव में भी इस सीट से दोनों प्रत्याशी मैदान में थे। हालांकि 2014 में हार के बावजूद भी स्मृति ईरानी इस सीट पर लगातार विजिट कर रही हैं, जिससे राहुल गांधी को इस बार कड़ा मुकाबला मिल सकता है।
- मुज्ज़फरनगर : इस लोकसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजीत सिंह और भाजपा प्रत्याशी संजीव बालयान के बीच मुकाबला है। यहां 11 अप्रैल को वोटिंग होगी।
- अजीत सिंह जाट वोटों के साथ ही गठबंधन के चलते मुस्लिम और दलित वोटों के दम पर जीत हासिल करने की जुगत में हैं। वहीं भाजपा के वर्तमान सांसद संजीव अपनी इस सीट को बरकरार रखने के लिए पूरा जोर लगाएंगे।
बागपत : बागपत लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को मतदान होगा। यहां जयंत चौधरी और सत्य पाल सिंह के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है। जयंत चौधरी पहली बार बागपत से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार उनके पिता अजीत सिंह भाजपा के सत्यपाल सिंह से ही चुनाव हार चुके हैं। इस सीट पर भी जयंता चौधरी हाल ही में हुए गठबंधन के बाद जीत हासिल करने की राह खोजते नजर आएंगे।
- अमरोहा : अमरोहा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां से पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। भाजपा ने दोबारा यहां से कंवर सिंह तंवर को टिकट दिया है।
- हालांकि इस बार उनकी जीत की राह मुश्किल दिखाई दे रही है। उन्हें बीएसपी से मैदान में उतरे दानिश अली से कड़ी टक्कर मिल सकती है।
- अमरोहा में 20 फीसदी से ज्यादा आबादी मुस्लिम है। साथ ही दलित, सैनी और जाट भी बड़ी संख्या में हैं। वहीं इस सीट से कांग्रेस ने भी मुस्लिम उम्मीदवार राशिद अल्वी को टिकट दिया है, जिसके बाद यहां का मुकाबला बेहद रोचक हो गया है।
- फिरोज़ाबाद : फिरोजाबाद सीट पर यादव परिवार के बीच जारी जंग दिखाई दे रही है।
- यहां से मुलायम सिंह के भाई शिवपाल यादव वर्तमान सांसद और राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को चुनौती दे रहे हैं। शिवपाल यादव पीएसपी के टिकट से मैदान में हैं। इस सीट पर 23 अप्रैल को वोटिंग है।
- बेगुसराय : भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह इस सीट से मैदान में हैं, वहीं उन्हें टक्कर देने के लिए छात्र नेता कन्हैया कुमार ने मैदान संभाला है। वे सीपीआई के टिकट पर उम्मीदवार बनाए गए हैं।
- जामुनी : जामुनी लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद चिराग पासवान और RLSP के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। चौधरी ने साल 2009 में जेडीयू के टिकट पर जीत हासिल की थी। इस बार वे दलित और ओबीसी वोटों के भरोसे हैं। वहीं चिराग पासवान दलित और अगड़े वोटों के दम पर जीत हासिल करने को लेकर आश्वस्त हैं।
- गड़वाल : गड़वाल सीट पर 11 अप्रैल को मतदान होना है। यहां से कांग्रेस ने भाजपा सांसद रहे बीसी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी को टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने बीसी खंडूरी के खास कहे जाने वाले तीरथ सिंह रावत को मौका दिया है। ऐसे में इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
- नैनीताल – यूएस नगर : नैनीताल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत इस बार मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने विजय भट्ट को मैदान में उतारा है। साल 2017 में भाजपा ने यहां की 14 में से 12 एसेंबली सीटों पर जीत हासिल की थी, ऐसे में भट्ट यहां से आसान जीत की उम्मीद कर रहे हैं।