
रायपुर। रायपुर से निकली एक पुलिस टीम ने ऐसा जाल बुना कि कोलकाता और गुवाहाटी के आलीशान फ्लैटों में बैठे सटोरियों की नींद उड़ा दी। इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की आड़ में ऑनलाइन सट्टे का अड्डा चला रहे थे, लेकिन इन्हें क्या पता था कि दरवाजा खटखटाने वाला अगला ‘क्लाइंट’ एक पुलिस वाला होगा!
रायपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 6 राज्यों के 14 शातिर सटोरियों को धर दबोचा। ये सभी महादेव सट्टा ऐप के ज़रिए IPL के हर बॉल और हर रन पर करोड़ों का खेल खेल रहे थे। जांच में सामने आया कि 500 बैंक खातों से करोड़ों का लेन-देन किया गया था।
कैसे खुला मामला?
13 अप्रैल को रायपुर के पंडरी ओवरब्रिज के नीचे निखिल वाधवानी को पुलिस ने सट्टा खिलाते रंगे हाथों पकड़ा। जब उससे पूछताछ शुरू हुई, तो मानो पूरा जाल ही खुलने लगा। उसके मोबाइल में मिले सुरागों ने पुलिस को कोलकाता और गुवाहाटी की ओर इशारा किया।
किराएदार बने पुलिसवाले, अंदर ही अंदर खेल खत्म
पुलिस ने कोई हथौड़ा नहीं चलाया, बस एक्टिंग की। फ्लैट देखने के बहाने किराएदार बनकर घुसे और फिर जो हुआ, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं।
कोलकाता: न्यू टाउन और राजारहाट इलाकों से 8 आरोपी
गुवाहाटी: एक फ्लैट से 6 आरोपी
इन फ्लैटों को “इवेंट कंपनी” के नाम पर किराए पर लिया गया था। पर अंदर चल रहा था करोड़ों का सट्टा ऑपरेशन।
क्या मिला इनके पास?
जैसे ही पुलिस ने धावा बोला, अंदर से निकला:
67 मोबाइल फोन
8 लैपटॉप
94 ATM कार्ड
32 पासबुक
15 SIM कार्ड
1 सिक्योरिटी कैमरा
और 3 कापियां जिनमें सट्टे के पैसों का पूरा हिसाब-किताब!
कुल ज़ब्त सामान की कीमत करीब ₹30 लाख आंकी गई है।
करोड़ों का ‘डिजिटल जुआ’
इन आरोपियों ने सट्टे के “पैनल” महादेव ऐप से खरीदे थे – किसी ने ₹25 लाख में, तो किसी ने ₹15 लाख में। फिर उसी पैनल से बड़ी-बड़ी रकमों पर सट्टा खिलाया जा रहा था। पुलिस अब बैंक डॉक्यूमेंट्स के ज़रिए 500 खातों की गहराई से जांच कर रही है।
कौन-कौन हैं ये आरोपी?
ये 14 आरोपी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, बंगाल और असम से हैं – यानी एक देशव्यापी नेटवर्क। पुलिस अब इनके बाकी साथियों की तलाश में जुटी है।